शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव लाएं: उपराष्ट्रपति

नयी दिल्ली, 11 नवंबर (वार्ता) उप राष्ट्रपति एम. वैकेंया नायडू ने देश को ज्ञान एवं नवाचार का एक अग्रणी केन्द्र बनाने के लिए शिक्षण से लेकर अनुसंधान तक की समूची शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव लाने का आह्वान किया है।
श्री नायडू ने सोमवार को यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के तीसरे वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को एक बार फिर शिक्षण के वैश्विक केन्द्र के रूप में सामने लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
उन्होंने विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों से शिक्षा की अपनी विधियों में पूरी तरह से बदलाव लाने का आग्रह करते हुए कहा कि जेएनयू के साथ-साथ देश के अन्य विश्वविद्यालयों को भी स्वयं को शीर्ष रैंकिंग वाले वैश्विक संस्थानों में शामिल करने के लिए अथक प्रयास करने चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सभ्यता ने सदैव शिक्षा के समग्र एकीकृत दृष्टिकोण पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों से देश की ताकत एवं कौशल स्तर को बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि सर्वांगीण उत्कृष्टता और वैश्विक एजेंडे की अगुवाई करने की क्षमता लक्ष्य होना चाहिए।
देश की युवा आबादी का उल्लेख करते हुए श्री नायडू ने कहा कि देश की आबादी में दो तिहाई युवा ही हैं, इसलिए गुणवत्तापूर्ण कौशल विकास और उच्च शिक्षण सुविधाओं तक उनकी पहुंच निश्चित तौर पर होनी चाहिए।
सत्या
वार्ता
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