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जम्मू-कश्मीर में इस वित्तीय वर्ष में 129 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र होंगे शुरू: उपराज्यपाल

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श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में अगले वर्ष मार्च तक 129 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों को चालू करने जा रही है। इसके अलावा जम्मू और कश्मीर के पांच जिलों में 50 बिस्तरों वाले एकीकृत आयुष अस्पताल भी स्थापित किए जा रहे हैं।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शुक्रवार को कश्मीर विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगले साल मार्च तक 129 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को चालू कर दिया जाएगा। केंद्र प्रायोजित योजना के तहत 17 नई आयुष औषधालयों को चालू कर दिया गया है और चालू वित्त वर्ष से 17 और औषधालयों को चालू किया जाएगा।

उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि कुलगाम, कुथुआ, कुपवाड़ा, किश्तवाड़ और सांबा जिलों में 50 बिस्तरों वाला एकीकृत आयुष अस्पताल स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के बाद वर्ष 2020 से जम्मू और कश्मीर की कम से कम आधी आबादी को आयुष इम्युनिटी बूस्टर और सहायक दवाएं दी गई हैं। उन्होंने हाल ही में कश्मीर विश्वविद्यालय में वाई-20 कार्यक्रम की बैठकों के बारे में बात करते हुए कहा कि, ‘लंबे समय के बाद या मैं कह सकता हूं कि कश्मीर विश्वविद्यालय को पहली बार अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित करने का मौका मिला है, जिसमें कश्मीर के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए केयू के कुलपति, फैकल्टी और छात्रों की भी सराहना की।

उपराज्यपाल ने बताया कि 16 राज्यों के मंत्री कश्मीर में हैं। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जब भी हम यहां इतने बड़े आयोजन करते हैं तो लोगों को सरकार पर और भरोसा होता है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के संबंध में उपराज्यपाल ने कहा कि प्राचीन काल से जम्मू और कश्मीर आयुर्वेद के स्वास्थ्य क्षेत्र का केंद्र रहा है और प्राचीन काल से यहां आयुर्वेदिक और यूनानी अस्पताल थे। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अखनूर अस्पताल में 35 सीटों की क्षमता वाला राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज शुरू किया है।

मनोज सिन्हा ने कहा कि इसी तरह गंदरबल में एक सरकारी यूनानी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्थापना की गई है, जिसमें मरीजों के इलाज के अलावा सालाना 60 डॉक्टर तैयार किए गए हैं।

उपराज्यपाल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र ने कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल लगभग 1.8 करोड़ पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि जी20 की अध्यक्षता के दौरान जम्मू और कश्मीर वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है।

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