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2022 में कुल 149.5 लाख करोड़ रु मूल्य के 87 अरब 92 करोड़ भुगतान, यूपीआई सबसे लोकप्रिय

नयी दिल्ली,17 अप्रैल : भुगतान सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वर्ल्डलाइन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में जनवरी दिसंबर 2022 के दौरान डिजिटल तरीकों से कुल 149.5 लाख करोड़ रुपए मूल्य के 87 अरब 92 करोड़ से अधिक संख्या में लेन-देन किए गए।
वर्ल्डलाइन की सोमवार को जारी इंडिया डिजिटल पेमेंट्स एनुअल रिपोर्ट 2022 के अनुसार भुगतान के डिजिटल तरीकों में यूपीआई सबसे अधिक लोकप्रिय है और बेंगलुरु डिजिटल भुगतान के मामले में देश में अन्य जगहों से ऊपर है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष डिजिटल लेन-देन की कुल संख्या यूपीआई से किए गए लेन-देन का हिस्सा 84 प्रतिशत रहा।
संख्या की दृष्टि से कुल लेन-देन में व्यक्तियों द्वारा दुकानों को (पी2एम) किया गया भुगतान का 40 प्रतिशत और व्यक्तियों के बीच (पी2पी) के लेन-देन 44 प्रतिशत रहा।
कुल डिजिटल भुगतान में मूल्य के हिसाब से भी यूपीआई की हिस्सेदारी 84 प्रतिशत रही। पी2एम का हिस्सा 18 फीसदी और पी2पी का हिस्सा 66 प्रतिशत रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी कुछ पी2पी के इन आंकड़ों में भुगतान के अलावा व्यक्तियों के बीच धन के हस्तांतरण के लेन-देन है, शामिल हो सकते हैं।
यूपीआई के बाद दूसरा स्थान क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के माध्यम से किए गए भुगतान का आता है। वर्ष के दौरान संख्या के हिसाब से क्रेडिट और डेबिट कार्ड से किया गया भुगतान सात प्रतिशत रहा, जबकि भुगतान के मूल्य के हिसाब से इनका हिस्सा 14 प्रतिशत था।
रिपोर्ट में कहा गया है देश में क्रेडिट कार्ड अपनाने की वृद्धि अच्छी गति से हो रही है और बड़े लेन-देन में क्रेडिट कार्ड का प्रयोग बढ़ रहा है।
वर्ल्डलाइन इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीईओ रमेश नरसिम्हन ने कहा, “ हमने पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान के पारिस्थितिकी तंत्र में जो अद्भुत प्रगति की है उसे देख कर मैं प्रतिदिन चकित होता हूं। भारत को कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को पूरा करने की दिशा में डिजिटल भुगतान के विभिन्न समाधान हमारे लिए वरदान
हैं। ”
वर्ल्डलाइन की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में यूपीआई के शीर्ष पांच ऐप में फ़ोनपे, गूगलपे, पेटीएम पेमेंट्स बैंक ऐप, अमेजॉन पे तथा एक्सिस बैंक के यूपीआई ऐप शामिल हैं।
पिछले वर्ष यूपीआई से भुगतान करने वाले शीर्ष पांच बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। इसी यूपीआई से भुगतान प्राप्त करने वाले पांच प्रमुख बैंकों में पेटीएम पेमेंट्स बैंक, यस बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा।
वर्ष 2022 में यूपीआई के माध्यम से पीटूपी सौदों का औसत आकार 2753 और पीटूएम लेन-देन का औसत आकार 687 रहा।
रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2022 तक बैंकों द्वारा दुकानदारों के यहां लगाए गए पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस मशीन) टर्मिनल की संख्या बढ़कर 75.5 लाख तक पहुंच गई थी, जो साल दर साल 37 फीसदी की वृद्धि दर्शाती है।
दुकानदारों को पीओएस मशीन से जोड़ने के काम में निजी क्षेत्र के बैंक 74 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे हैं जबकि सरकारी बैंकों का हिस्सा 18 प्रतिशत है। बाकी आठ प्रतिशत में विभिन्न भुगतान बैंकों और विदेशी बैंकों की क्रमशः सात फीसदी और एक फीसदी हिस्सेदारी है।
पीओएस लगाने के मामले में एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आरबीएल बैंक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक तथा इंड्सइंड बैंक शेष बैंकों में शामिल हैं और इनकी बाजार हिस्सेदारी कुल मिलाकर दिसंबर 2022 में 92 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2022 में देश में रहे क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स एक अरब दो करोड़ से अधिक थी।
2022 के अंत में देश में बकाये वाले क्रेडिट कार्ड की संख्या 8.11 करोड़ थी, जो दिसंबर 2021 के 6.9 करोड़ की तुलना में क्रेडिट कार्ड की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
2022 में क्रेडिट कार्ड से कुल 13.12 लाख करोड़ रुपए के 2.76 अरब की संख्या में लेन-देन किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष बेंगलुरु में कुल 65 अरब रुपए मूल्य के 2.9 करोड़ डिजिटल लेन-देन हुए। दिल्ली कुल 50 अरब रुपए के 1.96 करोड़ सौदों के साथ दूसरे स्थान पर तथा मुंबई तीसरे स्थान पर रहा, जहां वर्ष के दौरान 49.5 अरब रुपए के कुल 1.87 करोड़ डिजिटल लेन-देन किए गए।
मनोहर.श्रवण
वार्ता

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