मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर फेंकवाने को लेकर संजय सिंह ने की एलजी व भाजपा की आलोचना
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास को मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित नहीं किए जाने को राजनीतिक मुद्दा बना रही है। आज पार्टी नेताओं ने इस मुद्दे पर दिल्ली के उपराज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की। पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने नवरात्र में एक महिला मुख्यमंत्री को उनके आवास से बाहर कर उनका अपमान किया है। मां दुर्गा भाजपा को सबक सिखाएंगी।
संजय सिंह ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि भाजपा चुनी हुई सरकार आआपा नेताओं को अपमानित करने के रोज नए हथकंडे अपना रही है, लेकिन वह हमारे काम करने के जज्बे को कैसे रोक पाएगी? मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, इलाज, बुजुर्गों की तीर्थयात्रा, महिलाओं के बस यात्रा दिल्लीवालों के दिलों में बसी है, वह इसे कैसे छीन पाएगी?
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी ने मुख्यमंत्री आतिशी को मुख्यमंत्री आवास का चाबी दी थी। मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी आवास में अपना सामान रखा हुआ था। दिल्ली के लोग जानना चाहते हैं कि किस अधिकार से एलजी ने मुख्यमंत्री का सामान सरकारी आवास से बाहर फेंकवाया।
भाजपा दिल्ली में पिछले 27 साल से हार रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करने के इरादे से ही एलजी साहब ने एक महिला मुख्यमंत्री का सामान बाहर फेंकवा दिया। भाजपा झूठ फैला रही है कि अरविंद केजरीवाल ने चाबी नहीं दी थी, जबकि जीएडी के पत्र से साफ है कि 4 अक्टूबर को उन्होंने सीएम आवास खाली कर चाबी दे दी थी। इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने मुख्यमंत्री आतिशी को चाबी दी और उन्होंने अपना सामान रखा।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री आवास को खाली कर दिया था। भाजपा के लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल ने घर खाली नहीं किया है और चाबी नहीं दी है। संजय सिंह ने मीडिया के समक्ष घर खाली करने की जीएडी के पत्र को दिखाते हुए कहा कि इसमें जीएडी साफ लिख रहा है कि 4 अक्टूबर को केजरीवाल ने सरकारी आवास को खाली कर दिया।
उन पर बिजली, पानी, गैस समेत अन्य कोई देनदारी भी शेष नहीं है। इसके बाद रविवार को मुख्यमंत्री आतिशी को आवास की चाबी सौंप दी गई और उन्होंने आवास में अपना सामना रखवा दिया। आतिशी ने कैंप कार्यालय में बैठक भी कर ली। इसके बावजूद एलजी द्वारा जबरन दादागिरी की जा रही है। उन्होंने जबरन सामान बाहर फेंकवा कर आवास खाली करा दिया।