अंग्रेज चाहते थे भारत में गृह युद्ध हो, लेकिन पटेल ने अपनी बुद्धि से देश को एक किया : मुख्यमंत्री डॉ. यादच
- सरदार पटेल की जयंती पर ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को दिखाई हरी झंडी
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज धन्वंतरि जयंती है। आज कितना सुखद दिन है। इस देश का स्वास्थ्य का ध्यान आजादी के साथ सरदार पटेल ने रखा था। अंग्रेजों ने 14 अगस्त को पाकिस्तान अलग कर दिया था यानि ये संकेत दिया था कि सारी रियासतें अलग होकर इस देश में गृह युद्ध हो जाए। उस युद्ध को बचाते हुए अपनी बुद्धि से सारी रियासतों को दो साल से भी कम समय में मिलाकर इस देश को एक अलग स्वरूप दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के विराट व्यक्तित्व को समाज में पु्नर्स्थापित करने के लिए रन फॉर यूनिटी का काम किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजधानी भोपाल के तात्याटोपे नगर स्टेडियम में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई। इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, खेल मंत्री विश्वास सारंग, सीएस अनुराग जैन, डीजीपी सुधीर सक्सेना मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश दौड़ रहा है। यह कार्यक्रम दो दिन पहले होना था, आज किया जा रहा है क्योंकि 31 तारीख को दीपावली है। ऐसे में ऐसे व्यक्तित्व जिन्हें आजादी के साथ ही इस देश को न केवल एकता में पिरोया है, बल्कि 1925 में किसानों के लिए किसानों के हित में संघर्ष कर सहकारिता आंदोलन की शुरुआत की थी। उनके योगदान के कारण से महात्मा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को सरदार शब्द की उपाधि दी थी। उन्होंने कहा कि अमूल का पूरा प्रोडक्ट दुनिया में जाना जाता है, यह पूरे सहकारिता आंदोलन के जनक सरदार वल्लभभाई पटेल रहे थे। जिन्हें आजादी के पहले भी इस देश के किसानों की बेहतरीन के लिए काम किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एक सूत में बांधा। आजादी के बाद एक टीस थी, जम्मू कश्मीर में धारा 370। भारत पर बड़ा प्रश्न था। प्रधानमंत्री मोदी ने धारा 370 हटाकर संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने का काम किया। आज सरदार पटेल की जन्म जयंती पर पूरा देश दौड़ रहा है।
विश्वास सारंग ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है, हजारों कुर्बानियों के बाद भारत आजाद हुआ। आजादी अंग्रेजों ने चांदी की तश्तरी में रखकर नहीं दी थी। हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी कुर्बानी दी थी। तब आजादी हमारे कंधों पर आई। आजादी मिलने के बाद बहुत सारी रियासतें, राजा, रजवाडे़ थे। जिन्होंने इस देश में मिलने में भिन्नता का विचार रखा था। उस समय एक लौह पुरुष आया। जिन्होंने देश की आजादी के लिए बड़ा संघर्ष किया और 500 से ज्यादा रियासतों को हिन्दुस्तान में मिलाने का काम किया। उनका नाम था सरदार वल्लभ भाई पटेल।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाई। जिसका खेल स्टेडियम से कमला नेहरू स्कूल होकर टॉप एंड टाउन, रोशनपुरा चौराहा से वापस अपेक्स बैंक होते हुए खेल स्टेडियम पर समापन हुआ। रन फॉर यूनिटी में हजारों की संख्या में युवा, खिलाड़ी, कोच, स्कूली बच्चे, टीचर्स आदि शामिल हुए।