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सीरिया में बढ़ती हिंसा से चिंतित यूएन प्रमुख की ‘दुश्मनी खत्म’ करने की अपील

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सीरिया में हाल ही में बढ़ी हिंसा पर चिंता जाहिर की और सभी पक्षों तत्काल दुश्मनी खत्म करने की अपील की। यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सभी पक्षों को मानवीय कानून सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाई।

यूएन प्रमुख ने सभी पक्षों से सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 (2015) के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित राजनीतिक प्रक्रिया की ओर तत्काल लौटने की अपील की।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गुटेरेस का यह बयान हयात तहरीर अल-शाम और उसके सहयोगी विपक्षी गुटों की ओर से पिछले सप्ताह उत्तर-पश्चिम सीरिया के अलेप्पो में एक बड़ा विद्रोही अभियान शुरू करने के बाद आया। हयात तहरीर अल-शाम को सुरक्षा परिषद की तरफ से आतंकवादी समूह घोषित किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता के अनुसार, सीरिया में नागरिकों के हताहत होने, हजारों लोगों के विस्थापित होने, नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने, जरूरी सेवाओं और मानवीय सहायता में रुकावट पैदा होने की खबरें हैं।

गुटेरेस ने इस बात पर जोर दिया कि सभी पक्षों को सीरिया के लिए उनके विशेष दूत के साथ गंभीरता से बातचीत करनी चाहिए ताकि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 (2015) के मुताबिक संघर्ष से बाहर निकलने का एक व्यापक रास्ता तैयार किया जा सके।

इसके पहले सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेइर ओ. पेडरसन ने चेतावनी दी है कि देश में हालिया घटनाक्रम गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने संबंधित पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा करने और सार्थक व ठोस वार्ता के जरिए संघर्ष से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की अपील की।

पेडरसन ने रविवार को एक बयान में कहा कि हाल के दिनों में सीरिया में फ्रंट लाइन पर नाटकीय बदलाव देखने को मिले हैं। इनमें हयात तहरीर अल-शाम की अहम बढ़त भी शामिल है। यह एक ऐसा ग्रुप है जिसे सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी समूह घोषित किया है।

पेडरसन ने चेतावनी दी कि लगभग 14 वर्षों से हिंसा से जूझ रहे देश में, नवीनतम घटनाक्रम नागरिकों के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर रहे हैं। ये क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।

–आईएएनएस

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