वायुयान क्षेत्र के लिए बने स्वतंत्र नियामक : कांग्रेस
नयी दिल्ली 03 दिसंबर : कांग्रेस ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि वायुयान क्षेत्र में विवादों के निपटारे के लिए एक स्वतंत्र नियामक का गठन किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन ने सदन में भारतीय वायुयान विधेयक 2024 पर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि वायुयान क्षेत्र में बहुत सारी संस्थाएं काम कर रहे हैं जिनके क्षेत्राधिकार एक दूसरे से टकराते हैं। भारत बहुत बड़ा देश है और इसलिए जगह-जगह विवाद होते रहते हैं। इनके निपटारे के लिए एक स्वतंत्र नियामक का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव रहित वायुयान के लिए स्पष्ट और सख्त नीति बनाई जानी चाहिए। हवाई अड्डों पर सुरक्षा और सुविधा के संबंध में श्री हुसैन ने कहा कि ‘फेशियल आईडेंटिफिकेशन’ के संबंध में उचित कदम उठाए जाने चाहिए और इसे सरल बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार बहुत सारे हवाई अड्डे बन रही है लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यात्रियों को हवाई अड्डों पर बहुत सारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वायुयान सेवा क्षेत्र में दो कंपनियों का कब्जा हो गया है जिससे उनकी मनमानी बढ़ गई है। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि वायुयान सेवा के किराए बहुत महंगे हो गए हैं और उड़ान सेवा में यात्री किराए में 200 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने कहा कि हवाई अड्डों पर आम आदमी को बहुत सारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। विमान यात्री किराए में भारी असमानता है और इस बढ़ोतरी के लिए कोई तर्क नहीं है। विमान सेवा कंपनियां अनाप-शनाप किराया वसूल कर रही है। हवाई अड्डों पर खानपान की अत्यधिक कीमतों पर उन्होंने कहा कि एक सामान्य आदमी हवाई अड्डे पर कुछ भी खा पी नहीं सकता है। इसके लिए सरकार को कोई नीति निर्धारित करनी चाहिए। श्री चड्ढा ने कहा कि उड़ानों में देरी होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने सदन में भारतीय वायुयान विधेयक 2024 विचार और पारित करने के लिए पेश किया। विधेयक पर चर्चा अधूरी रही।