पशुओं का चारा खाने वाले किसानों के हालात को नहीं बदल सकते : मोदी
भागलपुर 24 फरवरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में अच्छे बीज, खाद, सिंचाई और पशुओं का बीमारी से इलाज जैसी सुविधाओं के अभाव के लिए राज्य में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए आज कहा कि पशुओं का चारा तक खा जाने वाले इन स्थितियों को कभी भी नहीं बदल सकते हैं।
श्री मोदी ने सोमवार को भागलपुर से पीएम किसान सम्मन निधि योजना की 19वीं किस्त जारी करने समेत 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरूआत करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते दशक में किसानों के कल्याण के लिए उनकी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने पूरी ताकत से काम किया है। किसान को खेती के लिए अच्छे बीज चाहिए, पर्याप्त और सस्ती खाद चाहिए, किसानों को सिंचाई की सुविधा चाहिए, पशुओं का बीमारी से बचाव चाहिए और आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा चाहिए। पहले इन सभी पहलुओं को लेकर किसान संकट से घिरा रहता था।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं वह इन स्थितियों को कभी भी नहीं बदल सकते। राजग सरकार ने स्थिति को बदला है। बीते वर्षों में हमने सैकड़ों आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए। पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलता है। सरकार ने कोरोना के महासंकट में भी किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी। उन्होंने कहा कि यदि राजग सरकार न होती तो क्या होता। अगर राजग सरकार न होती तो आज भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती। आज भी बरौनी खाद कारखाना बंद पड़ा होता।
श्री मोदी ने कहा कि दुनिया के अनेक देशों में खाद की बोरी जो तीन हजार रुपये की मिल रही है वह आज हम किसानों को तीन सौ रुपये से भी कम में देते हैं। उन्होंने कहा कि अगर राजग सरकार न होती तो यूरिया की एक बोरी भी तीन हजार की मिलती। उनकी सरकार किसानों के बारे में सोचती है, उनकी भलाई के लिए काम करती है इसलिए यूरिया और डीएपी का जो पैसा किसानों को खर्च करना था उसे केंद्र सरकार खुद खर्च कर रही है। बीते दस साल में करीब 12 लाख करोड़ रुपये जो खाद खरीदने के लिए किसानों के जेब से जाने थे वह बच गए, उसे केंद्र सरकार ने बजट में से दिया है।