शहीद छोटन उरांव का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, गमगीन माहौल में दी गई अंतिम विदाई
रांची, 09 मार्च ।मांडर के नगड़ा पंचायत स्थित कनभिट्ठा गांव निवासी आर्मी जवान छोटन उरांव का बेंगलुरु में ट्रेनिंग के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। शहीद छोटन उरांव बरेली में पदस्थापित थे और वर्तमान में एसी सेंटर, बेंगलुरु में कोर्स कर रहे थे। सात मार्च को अचानक ट्रेनिंग के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने से उनका निधन हो गया।
उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। रविवार को जब शहीद छोटन उरांव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो गया। परिवार के सदस्यों सहित पूरे गांव की आंखें नम थीं। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था।
शहीद छोटन उरांव को हाल ही में पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उनके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की सहित बड़ी संख्या में लोग गांव पहुंचे। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने दिवंगत आत्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया। इस मौके पर सेना के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ शहीद छोटन उरांव को अंतिम सलामी दी।