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हिंदी का विरोध और अंग्रेजी का समर्थन बर्दाश्त नहीं : मुख्यमंत्री फडणवीस

मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को छत्रपति संभाजी नगर में कहा कि हिंदी का विरोध और अंग्रेजी समर्थन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मराठी हमारी राज्य की भाषा है, उसका विरोध तो कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मराठी और हिंदी को लेकर कुछ लोग अनायास विरोध कर रहे हैं, जबकि यह लोग अंग्रेजी का समर्थन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने पत्रकारों को बताया कि अंग्रेजी के बारे में विरोध करने वालों की ओर से किसी भी तरह आवाज नहीं निकल रही है। जब अंग्रेजी का समर्थन कर रहे हैं तो फिर मराठी और हिंदी का विरोध आश्चर्यजनक लग रहा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ठ कहा कि मराठी और हिंदी का विरोध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।उन्होंने इससे पहले गुरुवार को कहा था कि राज्य ने पहले ही नई शिक्षा नीति लागू कर दी है। महाराष्ट्र में मराठी भाषा को अनिवार्य बनाने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। महाराष्ट्र में मराठी भाषा अनिवार्य है, सभी को इसे सीखना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप अन्य भाषाएं सीखना चाहते हैं, तो सीख सकते हैं।

दरअसल, राज्य में मराठी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक हिंदी भाषा को अनिवार्य करने के निर्णय की घोषणा के बाद इस फैसले की राज्य भर में आलोचना हो रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करते समय राज्य के मराठी स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी भाषा को अनिवार्य करने के फैसले के खिलाफ मनसे सहित विपक्षी दलों ने आक्रामक रुख अपनाया है। मनसे की ओर से हिंदी का विरोध करते हुए आंदोलन किया जा रहा है, जबकि शिवसेना यूबीटी, राकांपा एसपी और कांग्रेस पार्टी ने भी हिंदी को अनिवार्य करने का विरोध जताया है।

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