स्मृति ईरानी ने तुर्किये और अजरबैजान के व्यापार बहिष्कार को दिया समर्थन
-नेशनल डिफेंस फंड में दिया अपना पेंशन, व्यापारियों से योगदान की अपील की
नई दिल्ली, 16 मई । पूर्व केंद्रीय मंत्री और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की स्ट्रैटेजिक एडवाइजर स्मृति ईरानी ने तुर्किये और अजरबैजान के साथ सभी व्यापारिक संबंध को समाप्त करने के देशभर के व्यापारिक नेताओं के निर्णय का पूर्ण समर्थन किया है। उन्होंने इस निर्णय को भारतीय सेनाओं के शौर्य और पराक्रम के प्रति सम्मान की भावना से प्रेरित बताया और देशभक्ति से ओत-प्रोत बताया।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से शुक्रवार को एक होटल में राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद होने के नाते मिलने वाली पेंशन आज तक नहीं ली है। अब मैं यह पूरी पेंशन नेशनल डिफेंस फंड को समर्पित कर रही हूं। स्मृति ईरानी ने कहा कि छोटे व्यापारी न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में योगदान दे रहे हैं, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनने और मेक-इन-इंडिया के सपने को पूरा करने में भी मदद कर रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई सरकारी आदेश नहीं, बल्कि उन माताओं, बहनों और पत्नियों के नाम एक भावनात्मक अपील है, जिनके अपनों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। ईरानी ने मंच से व्यापारियों की राष्ट्रसेवा भावना को नमन करते हुए कैट से आग्रह किया कि वह नेशनल डिफेंस फंड (राष्ट्रीय रक्षा कोष) में व्यापारियों से स्वेच्छा से योगदान देने के लिए एक अभियान चलाए, जिससे शहीद सैनिकों के परिवारों की सहायता में व्यापार समुदाय भी सक्रिय भूमिका निभा सके।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने ईरानी के इस सुझाव को स्वीकार करते हुए घोषणा की कि संगठन देशभर में व्यापारियों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर नेशनल डिफेंस फंड में प्रभावी योगदान सुनिश्चित करेगा। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि तुर्किये और अजरबैजान के साथ व्यापारिक संबंधों को लेकर एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें 24 से अधिक राज्यों के व्यापारियों और व्यापार जगत के नेताओं ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की कि तुर्किये और अजरबैजान की यात्रा का बहिष्कार किया जाएगा। यह निर्णय इन देशों द्वारा पाकिस्तान के भारत विरोधी रुख का समर्थन करने और भारत के हितों के खिलाफ काम करने के जवाब में लिया गया है।