भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक संवाद, विदेश सचिव ने दी सांसदों को ब्रीफिंग
नई दिल्ली, 20 मई । विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मंगलवार को संसद भवन में अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक संवाद के तहत विभिन्न देशों में जाने वाले तीन प्रतिनिधिमंडलों में शामिल संसद सदस्यों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि, भारत-पाकिस्तान संबंध और भारत के पक्ष के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यह ब्रीफिंग भारत की कूटनीतिक पहुंच को मजबूत करने और आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय दृष्टिकोण को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने की दिशा में अहम रही।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी दृढ़ नीतियों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद, प्रमुख राजनीतिक हस्तियां और विशिष्ट राजनयिक शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले सांसदों में शामिल हैं- शशि थरूर (कांग्रेस), रवि शंकर प्रसाद (भाजपा), संजय कुमार झा (जदयू), बैजयंत पांडा (भाजपा), कनिमोझी (द्रमुक), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी) और श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)।
पहला सांसद प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन की यात्रा पर रवाना होगा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे कर रहे हैं। गुरुवार को जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान और सिंगापुर जाएगा। तीसरा प्रतिनिधिमंडल डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस की यात्रा पर रवाना होगा। सभी प्रतिनिधिमंडल बहुदलीय हैं।
भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने ब्रीफिंग के बाद बताया कि विदेश सचिव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’, भारत-पाकिस्तान संबंधों की पृष्ठभूमि और भारत की स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत के प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य देशों और पांच संभावित नए सदस्यों सहित कुल 25 से अधिक देशों की यात्रा करेंगे।
जदयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि पहलगाम की घटना पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों की भूमिका का परिणाम थी। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तानी सेना भी शामिल थे और भारत ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की। भारत ने इसके बाद नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया। समाजवादी पार्टी सांसद राजीव राय ने बताया कि विदेश सचिव ने पहलगाम से लेकर संघर्षविराम तक की घटनाओं, पाकिस्तान की भूमिका और भारत की अपेक्षाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश की ओर से विदेश में पक्ष रखेगा।