अनुच्छेद-370 हटने से जम्मू-कश्मीर में खत्म हो गई बड़ी समस्या : खुर्शीद
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कई देशों की यात्रा पर हैं। ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच मिशन पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद इस समय इंडोनेशिया के दौरे पर हैं।
सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में इंडोनेशियाई थिंक टैंक और शिक्षाविदों के सदस्यों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने से जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद की लंबे समय से चली आ रही समस्या खत्म हो गई है।
‘एक बड़ी समस्या का अंत हुआ’कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि कश्मीर में लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी। इसका बहुत कुछ संविधान के अनुच्छेद 370 नामक सरकार की सोच में परिलक्षित होता था, जिससे किसी तरह यह आभास होता था कि यह देश के बाकी हिस्सों से अलग है। लेकिन अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया और आखिरकार इसे खत्म कर दिया गया।
बता दें कि जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सलमान खुर्शीद ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में निरस्तीकरण के बाद के माहौल में प्रगति हुई है। इस दौरान उन्होंने बाद के चुनावों में 65 प्रतिशत मतदाताओं के मतदान और केंद्र शासित प्रदेश में एक निर्वाचित सरकार के गठन का हवाला दिया। खुर्शीद ने कहा कि इसके बाद, 65 प्रतिशत भागीदारी के साथ चुनाव हुआ। आज कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार है, और इसलिए, लोगों के लिए कश्मीर में समृद्धि लाने वाली हर चीज को खत्म करना उचित नहीं होगा।
गौरतलब है कि संविधान के अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था, जिसे 5 अगस्त, 2019 को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था। निरस्तीकरण के बाद, राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था। दोनों को केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया।