सीजफायर पर PM मोदी से अशोक गहलोत बोले- हमें पाकिस्तान की ऐसी-तैसी कर देनी चाहिए थी
नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (12 मई) को जनता को संबोधित किया. इसपर आज कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के सीनियर नेता अशोक गहलोत ने निराशा जताई. अशोक गहलोत ने कहा, “पीएम ने कल निराश कर दिया. कुछ अच्छी बातें भी कहीं लेकिन अचानक हुए सीजफायर को लेकर देश स्पष्टता चाहता था.”
अशोक गहलोत ने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम युद्ध चाहते हैं. भारतीय सेना के पराक्रम की पूरी दुनिया तारीफ कर रही थी. पहलगाम आतंकी हमले से पूरे देश में आक्रोश था. भारतीय सेना ने हमेशा अपनी ताकत दिखाई है, जबकि अमेरिका हमेशा ही दबाव बनाता रहा है.
‘ट्रंप ने कौन सी ठेकेदारी ले रखी है?’
इंदिरा गांधी का जिक्र कर अशोक गहलोत ने कहा, “1971 में भारत ने पाकिस्तान का हिस्सा छीनकर नया राष्ट्र बना दिया. रिचर्ड निक्सन (उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति) के दबाव बनाने के बावजूद इंदिरा गांधी झुकीं नहीं. अब मोदी सरकार बताए कि डोनाल्ड ट्रंप जो कह रहे हैं, उसके पीछे क्या राज है? ट्रंप ने कौनसी ठेकेदारी ले रखी है? सरकार की चुप्पी ने उनके हौसले बढ़ा रखे हैं.”
अशोक गहलोत ने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप कश्मीर मुद्दे की समाधान की भी बात कर रहे हैं तो भी यह बहुत खतरनाक है. ट्रंप ने भारत को पाकिस्तान के बराबर दर्जा दे दिया है. पीएम के संबोधन से ठीक पहले उन्होंने बयान कैसे दिया? इसका जवाब पीएम मोदी ने क्यों नहीं दिया?”
‘हमें पाकिस्तान की ऐसी-तैसी कर देनी चाहिए थी’
अशोक गहलोत ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा, “हमें पाकिस्तान की ऐसी तैसी कर देनी चाहिए थी ताकि वो आतंकवाद न फैला सके. सीजफायर के बावजूद हमले हो रहे हैं. दुनिया सोच रही है कि कौन घबरा गया? पाकिस्तान?”
‘मोदी सरकार पर कौन सा दबाव है?’
अशोक गहलोत ने एक और सवाल किया कि देश जानना चाहता है कि मोदी सरकार पर कौन सा दबाव है? जब ट्रंप का पहला बयान आया, तभी सरकार को साफ कर देना चाहिए था कि इस मामले में किसी तीसरे का दखल नहीं होगा. इस डैमेज कंट्रोल में पीएम कल चूक गए.”
‘अचानक सीजफायर क्यों?’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए. पाकिस्तान की सेना का सरेंडर करवा दिया. कारगिल में सेना ने कमाल किया. 1965 में सेना ने कमाल किया. इस बार भी सेना अच्छा काम कर रही थी फिर अचानक सीजफायर हो गया? देश में पक्ष-विपक्ष एकजुट था, फिर सब कैसे पलट गया?
फिर से उठाया पुलवामा हमले का सवाल
कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस में एक बार फिर अशोक गहलोत ने सवाल किया कि हम अभी तक नहीं जान पाए हैं कि पुलवामा हमले में इतनी भारी मात्रा में आरडीएक्स कैसे आया? पीएम ने सोमवार रात को यह कहा कि न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं चलेगा, ये अच्छी बात है. पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्थगित किया गया है. सीजफायर कर दिया गया है, इसका क्या मतलब है? सीज फायर बिना सोचे समझे हुआ?
‘सर्वदलीय बैठक से क्यों बच रहे हैं?’
अशोक गहलोत ने फिर एक बार सवाल किया कि जब विपक्ष सरकार को पूरा समर्थन दे रहा था, तो पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक से क्यों बच रहे हैं? पीएम को जवाब देना चाहिए कि दुनिया के देश हमारे साथ क्यों खड़े नहीं हुए? सरकार नैतिक अधिकार खो चुकी है. हम आतंकवाद कब तक झेलेंगे? हमारे पास मौका था लेकिन सीजफायर कर हमने ये मौका गंवा दिया.
‘बीजेपी घबरा गई है’
अशोक गहलोत का कहना है कि अमेरिका की पंचायत से इस बार माहौल बदला हुआ है. बीजेपी की सच्चाई जनता समझ चुकी है. ऐसे में घबराकर बीजेपी तिरंगा यात्रा निकाल रही है. वहीं, पीएम मोदी के आदमपुर दौरे पर अशोक गहलोत ने कहा कि यह मैसेज की राजनीति है. लोग जानना चाहते हैं कि रात के अंधेरे में चुपचाप समझौता कैसे हो गया?