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बलूचिस्तान ने पाकिस्तान से आजाद होने का किया ऐलान, बलूच नेता ने विश्व भर से मांगा समर्थन

क्वेटा, 14 मई । पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने के बाद बलूचिस्तान ने पाकिस्तान से स्वतंत्र होने की घोषणा की है। बलूच नेता मीर यार बलूच ने भारत और दुनिया के देशों से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन देने की अपील की है। बलूचिस्तान का क्षेत्रफल 347,190 वर्ग किलोमीटर है, जो पाकिस्तान के कुल क्षेत्रफल का लगभग 44 प्रतिशत है।

मीर यार बलूच ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक के बाद एक कई पोस्ट किए। उन्होंने लिखा कि बलूचिस्तान के लोगों ने अपना निर्णय दे दिया है। अब दुनिया को चुप नहीं रहना चाहिए। बलूचिस्तान की जनता सड़कों पर हैं। बलूच लोगों का राष्ट्रीय फैसला है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान नहीं है और दुनिया अब मूकदर्शक नहीं रह सकती। उन्होंने भारत के लोगों से अपील की है कि वे बलूचों को पाकिस्तान के लोग न कहें। हम पाकिस्तानी नहीं हैं। हम बलूचिस्तानी हैं। पाकिस्तान के अपने लोग पंजाबी हैं।

बलूच नेता ने भारत के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) खाली करने से जुड़े बयान का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान से तुरंत पीओके खाली करने के लिए कहना चाहिए। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया है कि वह पाकिस्तानी सेना को हराने में सक्षम है। अगर पाकिस्तान ने कोई ध्यान नहीं दिया तो केवल पाकिस्तान के लालची सैन्य जनरलों को ही रक्तपात के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान पीओके के लोगों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है।

मीर यार बलूच ने खुद को ‘बलूचिस्तान गणराज्य’ कहना शुरू कर दिया है और संयुक्त राष्ट्र और भारत से उन्हें एक देश के रूप में मान्यता देने और वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा कि हम संयुक्त राष्ट्र से भी अनुरोध करते हैं कि वह बलूचिस्तान के लोकतांत्रिक गणराज्य की स्वतंत्रता को मान्यता दे और मान्यता के लिए अपना समर्थन देने को लेकर संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों की बैठक बुलाए। मुद्रा और पासपोर्ट मुद्रण के लिए अरबों डॉलर की धनराशि जारी किया जाए। हमारी संयुक्त राष्ट्र से अपील है कि वह बलूचिस्तान में अपने शांति मिशन तुरंत भेजे और पाकिस्तान की सेना से बलूचिस्तान के क्षेत्रों, वायु क्षेत्र और समुद्र को खाली करने और सभी हथियार एवं संपत्ति बलूचिस्तान में छोड़ने के लिए कहे।

बलूच नेता ने लिखा कि सभी गैर-बलूच लोगों को तुरंत बलूचिस्तान छोड़ देना चाहिए। बलूचिस्तान का नियंत्रण जल्द ही स्वतंत्र बलूचिस्तान राज्य की नई सरकार को सौंप दिया जाना चाहिए। विश्व बिरादरी को पाकिस्तान के एकतरफा बयान पर भरोसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के नेता के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर और 27 मार्च, 1948 को बलूचिस्तान के पाकिस्तान में शामिल होने के समारोह में अंतरराष्ट्रीय या तीसरे देश की भागीदारी को साबित करने वाला एक भी कानूनी दस्तावेज पेश नहीं कर सका।

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