Bihar News : नियुक्ति घोटाले के आरोपी मेवालाल को शिक्षा मंत्री बनाये जाने की चौतरफा निंदा
आरा,17 नवम्बर।बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित नई सरकार में कथित घोटालों के बादशाह मेवालाल चौधरी को शिक्षा विभाग की कमान सौंपने के बाद एनडीए सरकार छात्रों और बुद्धिजीवियों के निशाने पर आ गई है। बिहार में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शपथ ग्रहण के ठीक एक दिन बाद मंगलवार को विभागों के बंटवारे के बाद मेवालाल चौधरी को जैसे ही शिक्षा मंत्री बनाने की सूचना मिली लोगों में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिलने लगी। खासकर सोशल मीडिया पर जमकर सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की किरकिरी शुरू हो गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. एसपी राय और वीर कुंवर सिंह विवि आरा के पूर्व सीनेट सदस्य अजय कुमार तिवारी मुनमुन ने तुरंत मेवालाल चौधरी को शिक्षामंत्री के पद से बर्खास्त कर योग्य,ईमानदार और शिक्षित व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाने की मांग की है। बिहार के सबौर कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति रहते मेवालाल पर नौकरी घोटाले का आरोप लगा था। राज्य के इस विश्वविद्यालय में कुलपति रहते इन्होंने 161 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति में बड़े घोटाले किये थे। इस मामले को लेकर तब बड़ा हंगामा हुआ था और खुद जनतादल यूनाइटेड के विधान पार्षदों ने इनके घोटाले के खिलाफ हंगामा किया था।बाद में सुशील मोदी ने इस मामले को उठाया और आरटीआई से प्राप्त सबूतों के साथ बिहार के तत्कालीन राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद से मिले थे।
सबौर कृषि विश्वविद्यालय में वर्ष 2012 में हुए सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति में घोटाले का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी पहुंचा था।योग्यता रखने वाले और चयन से वंचित अभ्यर्थियों ने तब इस मामले को पीएम तक पहुंचाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल से इस नियुक्ति घोटाले को लेकर रिपोर्ट मांगी थी।
(हि. स.)