भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की अनदेखी की : मायावती
पलामू, 10 नवंबर । जिले के हुसैनाबाद के कर्पूरी मैदान में रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों पर तीखा हमला बोला। मायावती ने जोर देते हुए कहा कि अब जनता को कांग्रेस, भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को आजमाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने इन दलों पर आरक्षण को प्रभावहीन बनाने और एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्गों को उनके अधिकारों से वंचित रखने का आरोप लगाया।
मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य में रही भाजपा व कांग्रेस की सरकारों ने हमेशा दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि यह सरकारें आरक्षण की व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से कमजोर करने के प्रयास में लगी हुई हैं। साथ ही आरोप लगाया कि ये जातिवादी दल राजनीतिक लाभ के लिए संविधान प्रदत्त आरक्षण के लाभ को कमजोर कर रहे हैं। मायावती ने उत्तर प्रदेश में अपने शासनकाल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों और भूमिहीनों को जमीन देकर उन्हें मालिक बनाया। उनकी सरकार ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है और बसपा ही वह पार्टी है जो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान और कांशीराम के सपनों का देश बनाने की लड़ाई लड़ रही है।
मायावती ने दलितों, आदिवासियों, अति पिछड़े वर्गों और अपर कास्ट के गरीब लोगों से अपील की कि वे एकजुट होकर बसपा के पक्ष में मतदान करें। उन्होंने कहा कि बसपा ही ऐसी पार्टी है जो सर्वजन का विकास और उत्थान कर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा विरोधी अन्य विपक्षी दल भी केवल नाम मात्र की मदद देकर इन समुदायों को उनके मूल अधिकारों से वंचित रखते हैं और नहीं चाहते कि बहुजन समाज का समुचित विकास हो।
मायावती ने जनता से आग्रह किया कि वे 13 नवंबर को बसपा के चुनाव चिह्न ‘हाथी’ पर भारी संख्या में मतदान करें और झारखंड प्रदेश में बसपा की सरकार बनाने में सहयोग करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बसपा की सरकार ही संविधान में प्रदत्त आरक्षण का समुचित लाभ सुनिश्चित कर सकेगी।
इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव आकाश आनंद, अधिवक्ता विनोद सोनी, प्रदेश प्रभारी और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ विधानसभा प्रत्याशी कुशवाहा शिवपूजन मेहता भी मौजूद थे।