चुनाव में भाजपा के पास मुद्दा नहीं: सुप्रियो भट्टाचार्य
रांची, 13 सितंबर । झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो ) के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव में भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। इसलिए संप्रदायिक डेमोग्राफी की बात कर रहे हैं। ये कौन सा खेल चल रहा है और न्यायालय को इसमें क्यों लाया जा रहा है। न्यायालय में यदि कुछ चल रहा है तो पार्टी के दफ्तरों में क्यों उसकी आलोचना हो रही है। मैं हाईकोर्ट से विनती करता हूं कि आप इसमें स्वतः संज्ञान लें। कोर्ट की शर्तें पार्टी दफ्तरों में ना लिखी जाए। उन्हाेंने कहा कि केंद्र सरकार के जरिये घुसपैठ मामले में हाई कोर्ट में जमा की गई शपथ पत्र का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट में एक केस चल रहा है हमारे राज्य में घुसपैठ को लेकर। वो शपथ पत्र को हमने भी पढ़ा। गुरुवार को शपथ पत्र दायर हुआ और फिर उसकी सुनवाई अगले मंगलवार को होगी। लेकिन उसके पहले ही भाजपा का एक पॉलिटिकल बयान सामने आ गया कि डेमोग्राफी चेंज हो गया। संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठिया है। भारत सरकार की तरफ से या आधार की जो ऑथोरिटी है उसके तरफ से कहीं इस बार का जिक्र नहीं है कि बांग्लादेश से कुछ लोग संथाल परगना के इलाके में आकर रह रहे हैं। शपथ पत्र में 2011 के सेंसस को एक आधार बनाया गया। उसमें 1961 को बेसलाइन माना गया और 2011 का सेंसस दिया गया। मतलब 50 साल का समय।
भट्टाचार्य शुक्रवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ था तब 33 करोड़ लोग थे आज 150 करोड़ है। ये 75 साल का आंकड़ा है। अब भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है।
उन्होंने शपथ पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें यह भी कहा गया कि तब आदिवासियों की प्रतिशत इतनी थी और मुस्लिमों की इतनी थी और ईसाईयों की इतनी थी और अब ये रह गई। उसमें कहीं संख्या नहीं है। ये छह जिले को लेकर न्यायालय में शपथ पत्र दायर किया।