BJP Jharkhand : झारखंड भाजपा के लिए उथल-पुथल वाला रहा 2020 का साल
रांची, 31 दिसम्बर : झारखंड राज्य में वर्ष 2020 में भारतीय जनता पार्टी में भी कई उथल-पुथल के मामले देखने को मिले। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने पर जहां एक ओर राज्य संगठन में व्यापक फेरबदल हुआ, वहीं वर्षां तक भाजपा से अलग रहे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की घर वापसी हुई।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंहभूम से खुद चुनाव हार जाने के बाद पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा के नेतृत्व में ही भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव परिणाम पार्टी के पक्ष में नहीं रहे। चुनाव के तुरंत बाद से संगठन में व्यापक फेरबदल किया गया। विद्यार्थी परिषद से लेकर मुख्य संगठन में साधारण कार्यककर्ता और प्रदेश भाजपा में विभिन्न पदों पर काम करने वाले दीपक प्रकाश को संगठन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली।

वहीं एक दशक से अधिक समय से भाजपा से अलग रहे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की घर वापसी भी हो गयी। बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश की जोड़ी को संगठन को मजबूत बनाने और सत्ता में पुनर्वापसी के लिए संघर्ष की रणनीति तय करने की जिम्मेदारी मिली। इस बीच प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को केंद्रीय नेतृत्व ने राज्यसभा पहुंचाया।
दूसरी तरफ, बाबूलाल मरांडी की पार्टी में वापसी के बाद विधायक दल की हुई बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल का नेता भी चुन लिया गया और विधानसभा अध्यक्ष से बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिये जाने का आग्रह किया गया। लेकिन झारखंड विकास मोर्चा विधायक के रूप में चुनाव जीत कर आये बाबूलाल मरांडी के खिलाफ अभी स्पीकर के न्यायाधिकरण में दल-बदल मामले की सुनवाई हो रही है, वहीं स्पीकार के इस फैसले को भाजपा की ओर से झारखंड हाईकोर्ट में चुनौती दी गयी।