बीएसएफ ने सभी चुनौतियों का मुकाबला कर देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति को किया सशक्त-शाह
जोधपुर 08 दिसंबर : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के सुरक्षा परिदृश्य में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है और इसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों का अह्म योगदान है और छह दशकों से साहस, शौर्य और बलिदान के बल पर ही बीएसफ ने देश की फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस को मज़बूत कर सीमा पर आने वाली सभी चुनौतियों का मुकाबला कर देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति को सशक्त किया है।
श्री शाह रविवार को जोधपुर में बीएसफ के 60वें स्थापना दिवस समारोह परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और अपने संबोधन में यह बात कही। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
श्री शाह ने कहा कि कहा कि एक दिसंबर 1965 से लेकर आज तक निरंतर देश की पूर्वी और पश्चिमी सीमा को सुरक्षित रखने का बीएसएफ का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के 1992 जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है जिसके लिए देश की जनता सदैव उनकी ऋणी रहेगी।
उन्होंने कहा कि छह दशकों से सीमा सुरक्षा बल ने हमारी सुरक्षा को चाक-चौबंद रखा है। देश की बढ़ती सुरक्षा ज़रूरतों को बीएसएफ के बिना पूरा करना असंभव है इसीलिए 25 बटालियन से शुरू हुआ ये बल आज 193 बटालियन तक पहुंच गया है। श्री शाह ने कहा कि 2 लाख 70 हज़ार जवानों की संख्या वाला ये विश्व का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने 2024 में भी जाली मुद्रा, नारकोटिक्स, घुसपैठ और वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ने का अपना रिकॉर्ड अनेक अभियानों के माध्यम से बरकरार रखा है।
उन्होंने कहा कि देश की प्रथम रक्षा पंक्ति के रूप में 1992 सीमा प्रहरियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है और अब तक उनमें से 1330 जवानों को पदक दिए गए हैं। इनमें 1 महावीर चक्र, 6 कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र, 13 शौर्य चक्र, 56 सेना मैडल और 1241 पुलिस पदक शामिल हैं।
श्री शाह ने कहा कि कई साल तक सीमा सुरक्षा की हमारी नीति धुंधली सी थी। उन्होंने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में सीमा प्रबंधन पर इंटीग्रेटेड अप्रोच के साथ एक सीमा एक बल की नीति को श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद और ज़्यादा सुस्पष्ट किया गया है। श्री मोदी के कार्यकाल में सीमावर्ती क्षेत्रों में मज़बूत इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, गांवों में कल्याणकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन और सीमा पर स्थित देश के प्रथम गांवों में रेल, रोड़, वाटर-वे और तकनीक की दृष्टि से अच्छी कनेक्टिविटी स्थापित करने का काम किया गया है। श्री शाह ने कहा कि लैंड पोर्ट के माध्यम से कानूनी व्यापार और लोगों के बीच संपर्क को भी आगे बढ़ाया है।