Chidanand Saraswati : मानसिक समस्या पर चर्चा जरूरी: चिदानन्द
ऋषिकेश,10 अक्टूबर, । परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर शनिवार को कहा कि बीमारी शारीरिक हो या मानसिक, बीमारी तो बीमारी है। वह हमारे स्वास्थ्य और गतिविधियों को प्रभावित करती है। इसलिये उसका इलाज होना चाहिये। जिस प्रकार हम शारीरिक समस्याओं पर खुलकर बात करते हैं उसी प्रकार मानसिक समस्याओं पर भी खुलकर बात होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जीवन में कई पल ऐसे आते हैं जो हमारे अनुरूप नहीं होते, जिससे तनाव उत्पन्न होता है, हम धैर्य खोने लगते हैं, जिससे कई अन्य मानसिक समस्यायें भी उत्पन्न होने लगती हैं।
स्वामी ने कहा कि मानसिक समस्याओं से हर किसी को रूबरू होना पड़ता है। महात्मा गांधी, अब्राहम लिंकन, विंस्टन चर्चिल, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, डाॅ. अब्दुल कलाम और अन्य अनेक हस्तियों की आत्मकथा में एक समानता यह है कि ये लोग अपने जीवन में तनाव से गुजरे हैं परन्तु धैर्य के साथ आगे बढ़े हैं। इसीलिए उनका नाम इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में अंकित हैं।
(हि.स.)