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मुख्यमंत्री ने 49 प्रशिक्षण अधिकारियों को सौंपा नियुक्ति पत्र, कहा- नियुक्तियों का कारवां बढ़ता रहेगा

रांची, 5 मार्च । रांची स्थित प्राेजेक्ट भवन में आयोजित एक समारोह में बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 49 नव-चयनित प्रशिक्षण पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर चयनित अधिकारियों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नियुक्तियों का यह कारवां बढ़ता रहेगा। युवाओं को रोजगार से जोड़कर राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने नव चयनित प्रशिक्षण अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से सरकार की एक अभिन्न अंग के रूप में जिम्मेदारियों से भरे नए सफर की आप शुरुआत कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आप प्रशिक्षण देकर युवाओं के हुनर को इस तरह से निखारेंगे कि उन्हें रोजगार के लिए मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें रोजगार के भरपूर अवसर प्राप्त होंगे। वे अपने हुनर तथा क्षमता की बदौलत देश -विदेश में मान सम्मान और गर्व के साथ कार्य कर अपने परिवार और राज्य का नाम आगे बढ़ाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान कई बार पॉलीटेक्निक संस्थानों के विद्यार्थियों ने मुलाकात कर पठन-पाठन एवं प्रशिक्षण को लेकर हो रही समस्याओं से अवगत कराया था। इसी बात को संज्ञान में लेकर आईटीआई संस्थानों को मजबूत और संसाधनयुक्त बनाने का कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में आईटीआई संस्थानों में पढ़ाई और प्रशिक्षण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में प्रशिक्षण पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है। यह हमारे द्वारा किए जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है और आने वाले दिनों में इसमें कई और कड़ियां जुड़ेंगी। हमारी कोशिश है कि झारखंड जैसे पिछड़े राज्य में रोजगार को लेकर नौजवानों की चिंताएं दूर हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हुनर का कोई मोल नहीं होता है। हुनर तो अनमोल है। अगर आपके पास हुनर हो तो आपको रोजगार के लिए दौड़ने की जरूरत नहीं है। रोजगार खुद आपके दरवाजे पर आएगा, क्योंकि हुनरमंद को हर कोई अपने साथ जोड़कर रखना चाहता है। यही वजह है कि हमारी सरकार राज्य के नौजवानों के कौशल विकास के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। अब नौजवानों के प्रशिक्षण के लिए टेक्नोलॉजी पर विशेष जोर दिया जा रहा है, क्योंकि तकनीक के जरिए ही आज के युवा आगे बढ़ सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तेजी से तकनीकें बदल रही हैं। औद्योगिक जगत में अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। मजदूरों के कार्य भी मशीनों के जरिए हो रहे हैं। ऐसे में अगर समय के अनुरूप आप अपने हुनर को नहीं निखारेंगे तो जमाने से काफी पीछे रह जाएंगे। रोजगार प्राप्त करना आपके लिए बड़ी चुनौती बन जाएगी। हमारा प्रयास है कि नई -नई तकनीको के माध्यम से आपको प्रशिक्षण मिले ताकि रोजगार के रास्ते आपके लिए हमेशा खुले रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनता जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए तकनीक काफी आगे बढ़ चुका है। आज कृषि हो या उद्योग अथवा कोई और क्षेत्र- हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल तेज होता जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अब आप अपने को अलग नहीं रख सकते हैं। ऐसे में हमारे नौजवान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में आगे बढ़ें, इसके लिए आईटीआई संस्थानों के पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने की जरूरत है। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों की मरम्मत का प्रशिक्षण देने के लिए भी कोर्स संचालित करने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को अब प्रखंड स्तर पर ही कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। मेरा नौजवानों से आग्रह है कि वे कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में आएं और अपने को दक्ष बनाएं। आपकी दक्षता आपके करियर को नई दिशा देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हम एक ऐसी व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जहां युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर ना सिर्फ उन्हें रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं बल्कि उनके हुनर को इस तरह से निखारने का प्रयास हो रहा है कि वे एक एंटरप्रेन्योर के रूप में आगे आकर अपना स्टार्टअप स्थापित कर सकें। इससे ना सिर्फ वे रोजगार प्राप्त करेंगे बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार से जोड़ने में सफल होंगे।

इस अवसर पर श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार , श्रम विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार सिंह, श्रमायुक्त संजीव कुमार बेसरा एवं कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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