हिमपात के बाद शीतलहर, 10 स्थानों का न्यूनतम पारा माइनस में
शिमला, 17 जनवरी : हिमाचल प्रदेश में बारिश-हिमपात के बाद शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। शुक्रवार को मौसम तो खुला, लेकिन दुश्वारियां बरकरार हैं। निचले पहाड़ी-मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। राज्य में 10 स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है। बीते दिन हुए हिमपात से राज्य के कई क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही प्रभावित है। ऊपरी शिमला के कई रूटों पर बस सेवाएं ठप पड़ी हैं। वहीं, कुल्लू, किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिले में भी लोगों की दुश्वारियां बरकरार हैं।
सोलंगनाला से आगे वाहनों की आवाजाही बंद, रोपसांग नाला में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला लाहौल की पुलिस चौकी कोकसर ने रोपसंग नाला के पास फंसे एक वाहन व इसमें सवार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। गाड़ी के फंसे होने की सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और गाड़ी को धक्का देकर निकाला गया। हिमपात के बाद जिला कुल्लू व लाहौल में दुश्वारियां बरकरार है। दोनों जिला में करीब 145 सड़कें बंद हैं। कुछ इलाकों में बिजली भी नहीं है। इसके अलावा नेशलन हाईवे-तीन सोलंगनाला से आगे बंद है। इसी तरह नेशनल हाईवे-305 घियागी से आगे अवरूद्ध है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 18 जनवरी से कई भागों में मौसम फिर बिगड़ने की संभावना है। आगामी 23 जनवरी को राज्य के कई स्थानों पर बारिश-हिमपात की संभावना है। आगामी 18 से 20 जनवरी तक ऊंचे पहाड़ों और आसपास के मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। वहीं 21 जनवरी और 22 जनवरी को मध्य और उच्च पर्वतीय कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-हिमपात की संभावना है। वहीं निचले पहाड़ी-मैदानी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आने की संभावना है।
औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला-नालागढ़ में गुरुवार को हुई हल्की बारिश से ठंड में इजाफा हो गया है। शुक्रवार सुबह से ही इलाके में घना कोहरा छाया है। विजिबिलिटी इतनी कम है कि लोगों को अपनी गाड़ियों की लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है। पिंजौर नालागढ़ नेशनल हाईवे पर कोहरा पड़ने से वाहन चालकों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 5-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। इसके बाद अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं। उधर, अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। उसके बाद राज्य के कई हिस्सों में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
शिमला में न्यूनतम तापमान 2.8, सुंदरनगर 1.7, भुंतर -0.2, कल्पा -6.2, धर्मशाला 4.8, ऊना 1.4, नाहन 6.3, पालमपुर 1.0, मनाली -2.1, कांगड़ा 3.0, मंडी 4.7, बिलासपुर 5.9, हमीरपुर 2.0, डलहौजी 0.4, जुब्बड़हट्टी 4.0, कुफरी 0.2, कुकुमसेरी -12.2, नारकंडा -1.5, भरमौर -2.8, रिकांगपिओ -2.3, सेऊबाग -1.0, धौलाकुआं 5.8, बरठीं 4.0, कसौली 4.1, सराहन 3.7, देहरा गोपीपुर 7.0, ताबो -13.5 व बजौरा में -0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
कोठी में 24.0, मनाली 14.8, गोंदला 11.0, मूरंग 10.0, जोत 7.0, कल्पा 6.7, खदराला 5.0, पूह 4.5, सांगला 4.2, केलांग-छतराड़ी 4.0 व कुफरी में 2.4 सेंटीमीटर हिमपात हुई। वहीं भरमौर में 10.0, सियोबाग 8.2, जोगिंद्रनगर 8.0, भुंतर 7.1, सलूणी 6.3, गोहर 6.0, बजौरा 5.5, रोहड़ू और धर्मशाला 5.0, पालमपुर 4.2, घुमारवीं और पंडोह 4.0, भाबानगर 3.8, रामपुर 3.4 व कसौली में 3.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।