Corona Phase II Symptoms Update : कोरोना की नई पहचान, पेट दर्द, दस्त, बदन दर्द जैसे लक्षण
Insight Online News
नई दिल्ली। अब सर्दी-जुकाम, बुखार कोरोना के मुख्य लक्षण नहीं रहे। पिछले कुछ दिनों से बड़ी संख्या में ऐसे लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, जिन्हें न बुखार आया, न सर्दी-जुकाम हुआ। ये लोग तो हाथ-पैर, बदन दर्द, सिर दर्द या पेट दर्द की शिकायत के साथ डाक्टरों के यहां पहुंचे थे। आरटीपीसीआर कराने पर पता चला कि संक्रमित हैं। कोरोना के बदले लक्षणों से डाक्टर भी हैरान हैं। डाक्टरों के अनुसार पेट दर्द, उल्टी–दस्त, बदन दर्द की शिकायत लेकर आने वाले करीब 40 फीसद मरीजों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
दिक्कत यह है कि लक्षणों में बदलाव की वजह से इस तरफ ध्यान ही नहीं जाता कि मरीज को कोरोना भी हो सकता है। डाक्टर के पास जाने के बजाय मरीज घर पर ही पेट दर्द, बदन दर्द का घरेलू इलाज करता रहता है। जब फर्क नहीं पड़ता तो डाक्टर के पास पहुंचता है लेकिन तब तक वायरस शरीर को नुकसान पहुंचा चुका होता है। जरूरी है कि जरा भी आशंका होने पर तुरंत जांच करवा ली जाए जिससे इलाज समय पर शुरू हो सके।

लक्षणों में एक साल में बहुत बदलाव आया एमजीएम मेडिकल कालेज के श्वसन तंत्र विभाग के अध्यक्ष डा. सलिल भार्गव के अनुसार कोविड-19 के लक्षणों में एक साल में बहुत बदलाव आ गया है। पेट दर्द, दस्त, जी मचलाना, उल्टी के साथ बदन दर्द और जोड़ों में दर्द कोरोना के मुख्य लक्षण बन गए हैं। इनके ज्यादातर मरीज घर पर ही रहकर इलाज कराते रहते हैं जबकि उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत निर्धारित दवाइयों की जरूरत होती है।

अरबिंदो मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डा. रवि डोसी के अनुसार इन दिनों सर्दी-जुकाम के लक्षण के साथ बहुत कम संक्रमित आ रहे हैं। ज्यादातर मरीज ऐसे हैं, जिनमें पेट दर्द, बदन दर्द जैसे लक्षण हैं। जरूरी यह है कि लगातार बदन दर्द, पेट दर्द रहने पर तुरंत कोविड की जांच करवा ली जाए जिससे समय से इलाज शुरू हो सके। राहत की बात डाक्टरों के अनुसार राहत की बात यह है कि इस तरह के मरीजों में वायरस का दुष्प्रभाव बहुत ज्यादा नहीं होता। ये मरीज खुद संक्रमित होते हैं, लेकिन ये उस व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर पाते जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।
-Agency