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भारत और उज्बेकिस्तान के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध – ओम बिरला

नई दिल्ली, 7 अप्रैल । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं और दोनों देश एससीओ, संयुक्त राष्ट्र और ब्रिक्स जैसे विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर एक दूसरे के सहयोगी रहे हैं। उन्होंने पारंपरिक क्षेत्रों के साथ-साथ डिजिटल प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, नवीकरणीय ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। ताशकंद यात्रा के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और भारतीय संसद के शिष्ट मंडल के सदस्यों ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

ओम बिरला ने आज अंतर-संसदीय संघ की 150वीं सभा के अवसर पर ताशकंद में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जीयोयेव के साथ हुई बैठक में यह बात कही। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के संसदीय अधिकारियों को एक-दूसरे की प्रणालियों तथा सर्वोत्तम प्रथाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए संसदीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का प्रस्ताव रखा। भारत-उज्बेकिस्तान संबंधों का उन्नयन कर इसे रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिए जाने और बीते कुछ वर्षों में इसमें नए आयाम जोड़े जाने के बारे में बात करते हुए बिरला ने इस बात पर ज़ोर दिया कि दोनों देशों में अर्थव्यवस्था, रक्षा, शिक्षा तथा व्यापार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है।

उन्होंने कहा कि भारत अब उज्बेकिस्तान के 10 सबसे बड़े व्यापार सहयोगियों में से एक है। बिरला ने साझा हितों पर विचारों के आदान-प्रदान तथा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों संसदों के बीच संसदीय सहयोग बढ़ाने के महत्व पर भी बात की।

इससे पहले रविवार को ताशकंद में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इजराइल की नेसेट (संसद) के स्पीकर अमीर ओहाना के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बिरला ने इजराइल को संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इजराइल में भारतीय प्रवासियों के सहयोग से दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार संबंधों, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के बारे में भी बात की। बिरला ने ओहाना और इजराइल के सभी लोगों को पासओवर उत्सव के लिए शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे और परस्पर सहयोग निरंतर बढ़ता रहेगा ।

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतर संसदीय संघ की 150वीं सभा के अवसर पर ताशकंद में उज्बेकिस्तान की ओली मजलिस की चेयरपर्सन तंजिला नोरबायेवा से भी मुलाकात की। उन्होंने चेयरपर्सन को सभा की सफल मेजबानी के लिए बधाई देते हुए भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के आदर-सत्कार के लिए आभार व्यक्त किया । इस दौरान बिरला ने विशेष रूप से उज़्बेकिस्तान की संसद में महिलाओं की भागीदारी का उल्लेख करते हुए लोकतंत्र और सामाजिक समावेशन के क्षेत्र में उज्बेकिस्तान की उपलब्धियों की सराहना की ।

रविवार को 150वीं आईपीयू सभा के दौरान लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कजाकिस्तान की मजलिस के चेयरपर्सन येरलान कोशानोव के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बिरला ने कजाकिस्तान के संविधान की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि भारत ने भी पिछले वर्ष अपने संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 वर्ष पूरे किए हैं और दोनों देशों की लोकतांत्रिक यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।

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