फ्रेडरिक मर्ज़ दूसरे मतदान में बने जर्मनी के नए चांसलर, ऐतिहासिक हार के कुछ घंटों बाद मिली जीत
बर्लिन, 06 मई । जर्मनी की राजनीति में मंगलवार को एक ऐतिहासिक मोड़ आया, जब कंजरवेटिव नेता फ्रेडरिक मर्ज़ ने संसद में हुए दूसरे मतदान में जीत हासिल कर देश के 10वें चांसलर के रूप में अपना स्थान सुनिश्चित किया। यह जीत उस पहले दौर की असफलता के कुछ ही घंटों बाद आई, जब मर्ज़ बहुमत प्राप्त नहीं कर सके थे। यह जर्मनी के इतिहास में पहली बार हुआ है जब द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी चांसलर उम्मीदवार को पहले मतदान में पराजय का सामना करना पड़ा।
मर्ज़ को चांसलर बनने के लिए 630 सदस्यीय संसद में कम से कम 316 वोटों की आवश्यकता थी। पहले मतदान में उन्हें सिर्फ 310 मत मिले थे, जबकि उनके गठबंधन के पास 328 सीटें थीं। हालांकि, मंगलवार दोपहर हुए दूसरे मतदान में उन्होंने 325 मत प्राप्त कर बहुमत हासिल कर लिया।
गुप्त मतदान होने से यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि पहले दौर में किसने मर्ज़ के समर्थन से किनारा किया। हालांकि मतदान के दूसरे दौर की सफलता ने मर्ज़ के नेतृत्व को मजबूत आधार दे दिया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मर्ज़ को चांसलर बनने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें अब जर्मनी से यूरोप और ट्रांसअटलांटिक नेतृत्व में अधिक भूमिका की अपेक्षा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जर्मनी अमेरिका के बाद यूक्रेन को सैन्य सहायता देने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है।
उल्लेखनीय है कि फ्रेडरिक मर्ज़ की पार्टी, केंद्र-दक्षिणपंथी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) और उसकी सहयोगी पार्टी क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू), अब शोल्ज़ की सेंटर-लेफ्ट सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन चला रही है।