जी 7 ने की रूस के ‘झूठे’ जनमत संग्रह की निंदा
लंदन, 24 सितंबर : सबसे धनी देशों के जी-7 समूह ने रूस में शामिल होने का फैसला करने के लिए यूक्रेन के कुछ हिस्सों में होने वाले ‘झूठे जनमत संग्रह’ की निंदा की है।
बीबीसी के मुताबिक समूह ने रूस समर्थित अधिकारियों द्वारा आयोजित किए जा रहे जनमत संग्रह के आयोजन के लिए अपनाई जा रही प्रक्रिया को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करार दिया है।
यूक्रेन पहले ही इस प्रक्रिया को बिना किसी वैधता के एक तमाशा बताकर खारिज कर चुका है। पश्चिमी अधिकारियों का कहना है कि यह एक दुष्प्रचार है और इसका परिणाम रूस पहले ही तय कर चुका है। उनका कहना है कि यह रूस द्वारा यूक्रेनी भूमि को अवैध रूप से हथियाने के लिए एक बहाने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। रूस का दावा है कि यह कब्जे वाले क्षेत्रों में लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का अवसर दे रहा है।
बीबीसी की शनिवार की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय निवासियों का कहना है कि रूसी सेना घर-घर जा रही है, लोगों को वोट देने के लिए धमकियों और डराने-धमकाने का इस्तेमाल कर रही है। दूसरी ओर यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि आबादी को कुछ क्षेत्रों से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
लुहान्स्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और जापोरिज्जिया में रूसी समर्थित अधिकारी रूस में शामिल होने के लेकर‘स्वयंभू जनमत संग्रह’ करा रहे हैं। इसमें शामिल चार क्षेत्र या तो आंशिक रूप से या पूरी तरह से रूसी कब्जे में हैं।
वार्ता