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शाह की अध्यक्षता में एडीसी बैंक का ‘स्वर्णिम शताब्दी महोत्सव’ आयोजित

गांधीनगर, 04 अक्टूबर : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में शुक्रवार को राज्य के गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में अहमदाबाद जिला सहकारी (एडीसी) बैंक का ‘स्वर्णिम शताब्दी महोत्सव’ आयोजित हुआ।

श्री शाह ने द अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव (एडीसी) बैंक परिवार के सदस्यों को सेवा की शताब्दी सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर अभिनंदन देते हुए कहा कि कोई भी संस्थान अनेक उतार-चढ़ाव देख कर जब 100 वर्ष निरंतरतापूर्वक कार्य करता है, तो समग्र समाज के लिए यह गौरवशाली विषय है। सहकारिता का मूल उद्देश्य सामूहिक उत्कर्ष है, जिसे एडीसी बैंक पिछले 100 वर्ष से पूर्ण कर रहा है। बैंक ने वित्तीय गतिविधियों के अतिरिक्त अनेक साधारण नागरिकों के जीवन को समृद्ध बना कर सामाजिक क्षेत्र में भी ख्याति प्राप्त की है। इसी कारण आज एडीसी छोटे लोगों के बड़े बैंक के रूप में प्रस्थापित हुआ है।

उन्होंने एडीसी बैंक की सफल शताब्दी को अहमदाबाद जिले सहित गुजरातभर के किसानों के उत्कर्ष के 100 वर्ष बताते हुए कहा कि किसानों तथा साधारण नागरिकों को साहूकारों के विषचक्र से बचाने के लिए वर्ष 1925 में अहमदाबाद में एक छोटे-से कमरे में शुरू हुए अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक ने 100 वर्षों में अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। इसके बावजूद एडीसी बैंक आज 17000 करोड़ रुपए से अधिक के व्यवसाय, 100 करोड़ रुपए के मुनाफे, आधा प्रतिशत से कम एनपीए रेट और 6500 करोड़ रुपए के ऋण के साथ देश के सर्वाधिक मुनाफा करने वाले अग्रणी जिला सहकारी बैंक के रूप में स्थापित हुआ है।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने जोड़ा कि गुजरात के किसानों के पास साधारण व्यवस्थाओं का अभाव था। अकाल के परिणामस्वरूप वे आर्थिक किल्लत तथा साहूकारों के ब्याज के विष चक्र का शिकार होते थे। ऐसे कठिन काल में महात्मा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल से गुजरात में सहकारिता की नींव डालने का आह्वान किया। गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा शुरू की गई सहकारिता यात्रा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गति दी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात में शुरू हुआ सहकारिता आंदोलन आज राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन चुका है, जिसके फलस्वरूप आगामी 100 वर्षों के दौरान सहकारिता क्षेत्र में देश के नागरिकों का योगदान बढ़ेगा।

श्री अमित शाह ने इसके साथ ही श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन प्रसंगों का स्मरण किया और कहा कि श्यामजी कृष्ण वर्मा स्वतंत्रता संग्राम के एक उत्कृष्ट स्वतंत्रता सेनानी तथा सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने विदेश में रह कर स्वतंत्रता आंदोलन में विशेष योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि एडीसी बैंक ने ‘छोटे लोगों का बड़ा बैंक’ मंत्र को सही अर्थ में चरितार्थ किया है। छोटे व्यक्ति ने सहकारी बैंकों के माध्यम से देश के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान दिया है। देश में जब सहकारी ढाँचा छिन्न-भिन्न था, तब सहकारिता गतिविधियों को अग्रिमता देने के लिए देश में 70 वर्ष से पृथक सहकारिता मंत्रालय स्थापित करने की मांग चल रही थी। इसे प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पृथक मंत्रालय स्थापित कर पूर्ण किया है। यह नया मंत्रालय कार्यरत होने से किसानों-पशुपालकों के हित में सहकारिता क्षेत्र में अनेक नीतिगत निर्णय किए गए हैं। इस मंत्रालय के शुरू होने से सहकारिता क्षेत्र में आने वाली अनेक बाधाएँ दूर हुई हैं।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि एक समय घाटा कर रहा एडीसी बैंक आज सर्वाधिक मुनाफा करने वाला सहकारी बैंक बना है। सेवा सहकारी मंडलियों द्वारा हाल में पेट्रोल पंप, खाद बिक्री केन्द्र, सस्ते अनाज की दुकानें, पार्लर जैसे अनेक छोटे-बड़े व्यवसाय शुरू किए गए हैं। केन्द्र सरकार ने सहकारिता क्षेत्र में मॉडल बाय-लॉज तैयार किए हैं, जिन्हें सभी राज्यों ने स्वीकार किया है। डिजिटल युग में बैंक तथा सहकारी संस्थान कम्प्यूटरीकृत बने हैं। केन्द्र व राज्य सरकार की लगभग 300 योजनाओं का सीधा लाभ सहकारिता क्षेत्र को मिलने लगा है। पहली बार पंचमहाल एवं बनासकाँठा जिलों की सभी सहकारी मंडलियों के बैंक खाते सहकारी बैंकों में खुलवा कर देश को नई राह दिखाई गई है, जिसका आज समग्र देश में क्रियान्वयन होने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आज जब एडीसी बैंक ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे किए हैं, तब यदि बैंक अहमदाबाद-गांधीनगर के नागरिकों के स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के विकास के लिए सेवा यज्ञ शुरू करेगा, तो उसे आवश्यक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एडीसी बैंक सभी सहकारी बैंकों का तीर्थ स्थान सिद्ध हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमानुसार पांच प्रतिशत एनपीए के समक्ष एडीसी बैंक का आधा प्रतिशत से भी कम एनपीए रेट है, जो इस बैंक के संचालकों की बैंक के निवेशकों-सभासदों के प्रति निष्ठा एवं पारदर्शिता दर्शाता है। हमें एडीसी बैंक को अधिक पारदर्शी, सहयोगी एवं जनसेवा का आदर्श मॉडल बनाना है।

श्री अमित शाह ने एडीसी बैंक के शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों-सभासदों को शुभकामनाएँ भी दीं।

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