महाकाल लोक घोटाले की उच्च न्यायालय के जज से जांच कराए सरकार: कांग्रेस
नयी दिल्ली, 30 मई : कांग्रेस ने कहा है कि मध्य प्रदेश के महाकाल लोक परिसर में हुए निर्माण में धर्म के नाम पर सबसे बड़ी लूट की गई है और इस पूरे प्रकरण की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराई जानी चाहिए।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश की प्रभारी जेपी अग्रवाल तथा पार्टी प्रवक्ता अभय दुबे ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने लोगों की धार्मिक भावना से खिलवाड़ किया है।
और यही वजह है जिस उज्जैन महाकाल परिसर की उद्घाटन समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में करोड़ों खर्च किए गए उस महाकाल परिसर में सप्त ऋषि की मूर्तियां महज हवा के झोंके से टूटी है जो साबित करती है कि मध्य प्रदेश की जनता को गुमराह कर बहुत बड़ा धार्मिक घोटाला किया गया है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इस लूट में जब लोकायुक्त द्वारा कुछ अफसरों को चिन्हित किया गया तो पूरी भजपा सरकार उन्हें बचाने में लग गई और जांच बंद कर दी। भजपा सरकार ने मूर्तियों में भी घोटाला किया है जिससे महाकाल लोक में लगी करोड़ों की मूर्तियां जरा सी हवा में टूट गई।
उन्होंने कहा “मूर्तियों की स्थापना के समय हुए प्रधानमंत्री द्वारा की गये लोकार्पण समारोह में सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए गए लेकिन मूर्तियां हवा से ही टूट गई। सरकार बताए कि उसने जनता की आस्था के साथ खिलवाड़ क्यों किया। वह यह भी बताए कि पत्थर की मूर्तियां थी या कागज से बनाई गई थी जो हवा के झोंकों से टूट गई।”
कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा “भाजपा की श्रद्धा सिर्फ श्रेय की है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था तो अलौकिक वर्णन किया। मगर आज जब भ्रष्टाचार सामने आया है, सप्त ऋषियों की मूर्तियां क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ी हैं तो मोदी जी एक ट्वीट तक करने को भी तैयार नहीं हैं।”
उन्होंने कहा “मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी थी तो हम 12 हजार मंदिरों के लिए कानून लाए लेकिन राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए। फिर जब भजपा ने सरकार हथियाई तो कानून भी वापस ले लिया। कांग्रेस ने महाकाल लोक के विकास के लिए साधु-संतों की इच्छानुसार पहला कदम बढ़ाया था लेकिन आज ये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।”
अभिनव अशोक
वार्ता