देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
नई दिल्ली, 21 जून । राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में शनिवार दोपहर हुई झमाझम बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाई। चाणक्यपुरी, आरके पुरम समेत दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में हुई बारिश ने मौसम को सुहावना कर दिया। दिल्ली के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में मानसून की सक्रियता ने मौसम को बदल दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 21 से 26 जून तक के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून इस समय देश की उत्तरी सीमा जयपुर, आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला और मनाली जैसे क्षेत्रों से होकर गुजर रहा है। अगले दो दिनों में यह उत्तरी अरब सागर, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ सकता है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी मानसून के दस्तक देने की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण-गोवा में 21 से 26 जून तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। गुजरात और मध्य प्रदेश में 21 और 23 जून को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश (20 सेमी से अधिक) हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश जारी रहेगी, जबकि उसके बाद चार दिनों तक कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने बयान जारी कर इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।
पिछले 24 घंटों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई। गुजरात में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हुई, जबकि पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र में बहुत भारी वर्षा हुई। झारखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों में भी भारी बारिश देखी गई। इसके अलावा, गुजरात और बिहार में 60-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं, जबकि कोंकण-गोवा, सौराष्ट्र-कच्छ और असम-मेघालय में 40-60 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं दर्ज की गईं।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बिहार में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो अगले 12 घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। पूर्वोत्तर राजस्थान और असम में चक्रवात सक्रिय है, जबकि पूर्वोत्तर बांग्लादेश से दक्षिण गुजरात तक एक बेसिन रेखा बनी हुई है। इन प्रणालियों के कारण देश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 25 जून के आसपास पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र में एक नया चक्रवाती क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे आसपास के इलाके में तेज बारिश हो सकती है।
क्षेत्रवार पूर्वानुमान के अनुसार, मध्य प्रदेश में 23 जून को अत्यधिक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है, जबकि 21 से 27 जून तक लगातार वर्षा जारी रहेगी। बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र में 21 से 25 जून तक भारी बारिश की संभावना है। गुजरात, कोंकण-गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
इसके अलावा मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, साथ ही दिल्ली में 22 और 23 जून को भारी वर्षा का अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत में अगले सात दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा और दक्षिण भारत में केरल, तटीय कर्नाटक और माहे में 22 से 27 जून तक भारी बारिश होगी।
तापमान की बात करें तो दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 21 से 24 जून तक गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है, जिसके कारण लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
मछुआरों के लिए विशेष चेतावनी जारी की गई है। अरब सागर में गुजरात और कोंकण तट के पास 21 से 26 जून तक मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है। बंगाल की खाड़ी में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर भी 21 से 25 जून तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने अंडमान सागर में भी 22 से 25 जून तक मछली पकड़ने वाले मछुआरों को न जाने की सलाह दी है।