हेमंत सरकार ने योजनाओं का गंगा बहाया: कल्पना सोरेन
चतरा, 22 अक्टूबर । पहले चरण के झारखंड विधानसभा चुनाव में नामांकन के चौथे दिन मंगलवार काे सिमरिया में झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार मनोज कुमार चंद्रा ने नामांकन कराया। नामांकन के बाद विशाल जनसभा का भी आयोजन हुआ। समारोह में सीएम की पत्नी व गांडेय विधायक जेएमएम नेता कल्पना सोरेन शामिल हुई।
जनसभा को संबोधित करते हुए कल्पना सोरेन ने कहा कि हेमंत सरकार का पांच साल का कार्यकाल बेहद ही सराहनीय और बेमिसाल रहा है। कोरोना काल जैसी विपरीत परिस्थिति में भी हमारी सरकार अपने लोगों के साथ खड़ा रहा। मजदूरों को हेलीकॉप्टर से लेकर ट्रेन आदि व्यवस्थाओं से घर पहुंचाया गया और सबसे बड़ी बात कोरोना काल में झारखंड में भूख के कारण एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। यह हेमंत सरकार की नेतृत्व वाली सरकार की क्षमता दिखता है। सरकार ने महिलाओं के सम्मान के लिए मंईयां सम्मान योजना, किचन सहित तीन कमरों का अबुआ आवास सहित कई योजनाएं प्रारंभ की है। केंद्र की सरकार किसानों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों की समस्याओं से कोई मतलब नहीं रखती है।
उन्हें मात्र पूंजीपतियों की समस्या दिखती है, जहां केंद्र की सरकार ने पूंजीपतियों को ऋण माफ किया वही हमारी सरकार ने कृषि ऋण माफ किया है। भाजपा की सरकार लोगों को जाति धर्म के आधार पर बांटती है पर हमारे सरकार का उद्देश्य समग्र विकास करना है। झारखंड में निवास करने वाले सभी लोगों के विकास कैसे हो इसकी चिंता हेमंत सोरेन करते हैं। जहां एक ओर भाजपा की सरकार ने स्कूलों को बंद किया। वहीं हमारी सरकार ने सीएम आफ एक्सीलेंस स्कूल खोलने का काम किया। भाजपा की सरकार ने गरीबों को हरा राशन कार्ड काट दिया।
केंद्र की सरकार नहीं चाहती है की झारखंड अपने पैरों पर खड़ा हो। इसलिए वह झारखंड का बहुत बड़ा रकम अपने पास रखा हुआ है जो मांगने पर उनकी कानों में जू तक नहीं रेंगती। हेमंत सोरेन उस रकम को लेने की लड़ाई लड़ रहे हैं। जिस कारण उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा गया और सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया था। जहां एक ओर बीजेपी वाले भीमराव अंबेडकर की मूर्ति बनाते हैं। वही उनका ही दूसरा धड़ा उसे तोड़ने का काम करता है। वे आरक्षण देने का ढोंग करते हैं। वहीं दूसरी ओर आरक्षण को तोड़ने का पुरजोर प्रयास बीजेपी के लोग करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम झारखंडी हैं हमने अंग्रेजों को इसी तीर धनुष से लड़कर भगाया है। आज भाजपा के लोग दूसरे तरीके से लड़ रहे हैं। हम अंतिम सांस तक लडेंगे। झुकेंगे नहीं, लड़ जायेंगे मर जाएंगे परंतु झारखंड को लूटने नहीं देंगे। झारखंड को पूंजीपतियों के हाथों में नहीं सौंपेंगे। यह झारखंड हम सभी झारखंड वासियों का है भाजपा की सरकार किसानों पर बे हिसाब अत्याचार किया उन्हें दिल्ली में घुसने तक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि झारखंड में इस प्रकार की नीति नहीं चलेगी।