सेना का दो दिन का रक्षा संवाद ‘चाणक्य’ कल से, राजनाथ करेंगे उद्घाटन
नयी दिल्ली 23 अक्टूबर : सेना गुरूवार से यहां मानेकशॉ सेंटर में अपने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सेमिनार, चाणक्य रक्षा संवाद के दूसरे संस्करण का आयोजन कर रही है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसका उद्घाटन करेंगे।
सेना के प्रवक्ता ने बुधवार को यहां बताया कि दो दिन तक चलने वाले इस सेमिनार की थीम “राष्ट्र निर्माण में चालक: व्यापक सुरक्षा के माध्यम से विकास को बढ़ावा देना”। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नीति निर्धारण के दायरे में सुरक्षा तंत्र में समन्व्य पर महत्वपूर्ण चर्चा का अवसर प्रदान करेगा, और इसका उद्देश्य टिकाऊ तथा समावेशी विकास के लिए दूरदर्शी रणनीतियां तैयार करना है।
इस कार्यक्रम में अमेरिका, रूस, इज़राइल और श्रीलंका के प्रमुख वक्ताओं के साथ भारत और विदेशों से नीति निर्माताओं, रणनीतिक विचारकों, शिक्षाविदों, रक्षा कर्मियों, वैज्ञानिकों और एसएमई का एक असाधारण समूह एक मंच पर एक साथ आएगा। यह संवाद राष्ट्रीय विकास में व्यापक सुरक्षा की भूमिका पर ध्यान केंद्रित करते हुए वर्ष 2047 तक विकसित भारत की दिशा में भारत के रणनीतिक मार्गों की पहचान करेगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे, जहां वह भारतीय सेना की हरित पहल 1.0 और आई ए 1.0 के डिजिटलीकरण का भी शुभारंभ करेंगे। वह ‘विकसित भारत 2047” को हासिल करने में व्यापक सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए ‘विकास और सुरक्षा के लिए भारत के दृष्टिकोण’ पर मुख्य भाषण देंगे। थल सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी भी उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे और राष्ट्र निर्माण में भारतीय सेना के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालेंगे, जिसमें आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी पहल भी शामिल है।
चाणक्य रक्षा संवाद में विशेषज्ञों के नेतृत्व वाले छह सत्र शामिल होंगे, जिनमें से प्रत्येक व्यापक सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित होगा।