झारखंड की जमीन पर लीज चाहिए तो झारखंडियों का हक पहले देना होगा-दीपक बिरुवा
पश्चिम सिंहभूम, 11 जून । पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित मेघाहातुबुरु के सामुदायिक भवन में बुधवार को मंत्री दीपक बिरुवा ने श्रमिक संगठनों, ठेका मजदूरों, मानकी-मुंडाओं, ग्रामीणों और सेल कर्मियों के साथ संवाद किया। ग्रामीणों ने विस्थापन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल की समस्याओं को रखा।
मंत्री ने कहा कि झारखंड की जमीन पर लीज चाहिए तो झारखंडियों का हक पहले देना होगा, नहीं तो बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेल को लीज नवीकरण से पहले स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देना होगा, विस्थापन नहीं सहा जाएगा। उन्होंने कहा कि खनन कंपनियां झारखंड से खनिज संपदा निकालकर बाहर विकास कर रही हैं और झारखंड को प्रदूषण और विस्थापन दे रही हैं।
मंत्री ने आरोप लगाया कि सेल प्रबंधन बाहरी जिलों से लोगों को लाकर स्थानीय युवाओं का हक मार रहा है। अब यह बर्दाश्त नहीं होगा। नौकरी पहले स्थानीय और खदान प्रभावित गांवों के युवाओं को दी जाएगी। अगर मांगे नहीं मानी गईं तो बड़ा जन आंदोलन होगा।
गुवा क्षेत्र में रेलवे साइडिंग के नाम पर जबरन हटाए जाने पर मंत्री ने नाराजगी जताई और कहा कि पहले बसाओ फिर हटाओ, अन्याय नहीं सहेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गरीबों और मजदूरों की सरकार है और उनकी रक्षा की जाएगी।
बैठक में मजदूर नेता रामा पांडेय ने कहा कि सेल गरीबों और मजदूरों का शोषण कर रहा है। विस्थापन से पहले पुनर्वास जरूरी है।
लोगों ने मंत्री के सामने प्रमुख मांगें रखीं—किरिबुरु नियोजन कार्यालय के माध्यम से सभी बहालियां हों, ठेका मजदूरों में स्थानीयों को प्राथमिकता मिले, चिकित्सकों की कमी दूर की जाए, मुफ्त दवाएं मिलें, चतुर्थ श्रेणी में स्थानीयों की नियुक्ति हो, सारंडा के वनग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित किया जाए, और बहदा गांव को सीएसआर में शामिल किया जाए।
बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन, जिलाध्यक्ष सोनाराम देवगम, राहुल आदित्य, सुभाष बनर्जी, इकबाल अहमद, दीपक प्रधान, रामा पांडेय, विश्वनाथ बारा, अभिषेक सिंकु, विपिन पूर्ति, रीमु बहादूर, प्रेमनाथ गुप्ता, मोहम्मद तबारक, दुर्गा चरण तोपनो, कामरान रजा, प्रफुल्लित गलोरिया तोपनो, लिपि मुंडा, सुमन मुंडू, शमशाद आलम, जयराम गोप, जीरेन सिंकु समेत कई लोग उपस्थित थे।