भारत- कतर ने एफओसी की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर की चर्चा
नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर : कतर के दोहा में भारत और कतर ने रविवार को विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के 5वें दौर की वार्ता में अक्षय ऊर्जा, फिन-टेक, स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के अवसरों पर चर्चा की। एफओसी की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी और कतर के विदेश मंत्रालय में महासचिव अहमद हसन अल-हम्मादी ने की। एफओसी के दौरान दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय आदान-प्रदान, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों सहित भारत-कतर द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण दायरे की व्यापक समीक्षा की। दोनों पक्षों ने अक्षय ऊर्जा, फिन-टेक, स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के अवसरों पर भी चर्चा की
गौरतलब है कि भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक तथा बहुआयामी संबंध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2024 में कतर का आधिकारिक दौरा किया थी और अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 30 जून, 2024 को कतर दौरा किया था और वहां के प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी के साथ बातचीत की थी। भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 14 अरब अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष है और दोनों देशों के बीच आपसी निवेश में लगातार वृद्धि हो रही है। दोनों पक्ष ऊर्जा क्षेत्र में भी मजबूत साझेदारी साझा करते हैं। कतर में एक बड़े भारतीय समुदाय की उपस्थिति लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है।
आज हुई चर्चा भारत-कतर द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत बनाने में योगदान देगी। दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर नयी दिल्ली में विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की। कतर में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, “भारतीय विदेश सिचव और कतर के विदेश मंत्रालय के महासचिव डॉ. अहमद हसन अल हम्मादी ने आज दोहा में भारत और कतर के बीच 5वें एफओसी की सह-अध्यक्षता की। दोनों पक्षों ने मजबूत और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।”