भारत को 2047 तक 470 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखना चाहिए: गोयल
मुंबई, 29 अप्रैल : केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत को 2047 तक 470 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखना चाहिए।
श्री गोयल यहां इंडियन मर्चेंट्स चैंबर द्वारा आयोजित ‘इंडिया कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2023’ में उद्घाटन भाषण दे रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में दुनिया भर की बड़ी कंपनियों की आपूर्ति श्रृंखला में चेक गणराज्य और पोलैंड जैसे छोटे देशों की कंपनियों के योगदान पर प्रकाश डाला।
उन्होंने भारत के 2047 तक पहुंचने तक सभी से 470 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत ने अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाने की कोशिश की है और उसे बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि टीम भावना, प्रतिस्पर्धा और सकारात्मकता सफलता के लिए जरूरी है और इस तरह की भावना मुंबई में देखी जा सकती है, जो न केवल वित्तीय राजधानी है, बल्कि आनंद की राजधानी भी है।
श्री गोयल ने कहा कि दुनिया के हर हिस्से को भारत से बहुत उम्मीदें हैं, और हालांकि यह कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह भारत के भविष्य में दुनिया के भरोसे को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत एक अर्थव्यवस्था के रूप में दुनिया के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
इस समय जब वाणिज्य उद्योग की टीमें भारत के हितों की रक्षा पर गहन ध्यान देने के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रही हैं, भारत का मानना है कि सच्ची समृद्धि तब होती है जब पूरी दुनिया समृद्ध होती है। भारत वैक्सीन मैत्री में विश्वास करता है जिसके तहत उसने गरीब देशों को 27.8 करोड़ डोज की आपूर्ति की, जिनमें से ज्यादातर मुफ्त थी क्योंकि दुनिया के सुरक्षित होने पर भारत भी सुरक्षित महसूस करता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए ‘पंच प्रण’ को तभी साकार किया जा सकेगा, जब यह पूरे देश की प्रतिबद्धता बन जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि विकसित भारत का सपना‘नारी शक्ति’ और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र के बिना संभव नहीं होगा। उन्होंने समाज कल्याण के प्रति उद्योग की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी भारत के बेहतर भविष्य के लिए कटिबद्ध हैं।
आईएमसी इंटरनेशनल बिजनेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश जोशी ने सम्मेलन में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की सफलता की कहानी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत का स्मार्टफोन निर्यात शून्य से बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये हो गया है और इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, कपड़ा और सौर विनिर्माण के निर्माण के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने रक्षा, अंतरिक्ष, हाइड्रोजन ऊर्जा और फिनटेक जैसे क्षेत्रों में काफी प्रगति की है।
श्री गोयल ने उपस्थित लोगों को 30 अप्रैल को प्रसारित होने वाले मन की बात के 100वें एपिसोड को सुनने के लिए आमंत्रित किया।
जांगिड़, यामिनी
वार्ता