अभ्यर्थियों की मौत की जिम्मेवारी लेने की जगह झारखंड सरकार उठा रही चरित्र पर सवाल: अमर बाउरी
पलामू। उत्पाद सिपाही भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की मौत पर झारखंड सरकार की किरकिरी हो रही है। इस बीच विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता अमर बाउरी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। सोमवार को मेदिनीनगर परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की चुनावी सनक के कारण युवाओं की मौत हो रही है। राजनीति लाभ लेने के लिए बिन मौसम बहाली कराई जा रही है। कई युवा ऐसे हैं, जिन्होंने जेपीएससी की परीक्षा दे रखी थी, रिजल्ट नहीं आया था। ऐसे में सरकारी नौकरी की ललक लिए सिपाही पद के लिए दौड़ लगा रहे हैं।
पोस्ट ग्रेजुएट, ग्रेजुएट छात्र भी उत्पाद सिपाही की दौड़ भाग ले रहे हैं। ऐसी स्थिति इसलिए बनी कि झारखंड सरकार ने सरकार बनते ही 5 लाख युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की थी, लेकिन पूरे कार्यकाल बीतने को है। अपने वादे पर खरा नहीं उतरी। चुनाव नजदीक है और युवाओं का आक्रोश बढ़ रहा है। भादो के उमस भरे महीने में बहाली निकाल दी, लेकिन मैं गारंटी दे रहा हूं कि यह बहाली भी अटक जाएगी। सरकार केवल नौकरी के आक्रोश को दबाने के लिए यह नौटंकी कर रही है।
उन्होंने कहा कि सोमवार तक उत्पाद सिपाही के 500 पदों पर हो रही बहाली में 14 युवाओं की मौत हो गई है, जिसमें पांच युवा पलामू जिले के निवासी हैं। एक युवा छतरपुर का तो एक पांडु का रहने वाला था। छतरपुर जाकर प्रभावित परिवार से मिला हूं। परिजनों में सरकार की व्यवस्था के प्रति भारी आक्रोश है।
पलामू जिले में चियांकी एयरपोर्ट पर बहाली प्रक्रिया पूरी की जा रही है। यह स्थान किसी भी एंगल से बहाली प्रक्रिया पूरी करने के लिए उपयुक्त नहीं है। कंक्रीट के ब्लैक टॉप पर देश के भविष्य को दौड़ाया जा रहा है। 500 के विरुद्ध 15 लाख आवेदन भरे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहाली सरकार करा रही है, लेकिन तैयारी कुछ भी नहीं की गई थी। पहली मौत के बाद ही स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ऐसे में मेडिकल अव्यवस्था के कारण युवाओं की जान जाती रही।
मौत जब लगातार हुई तो युवाओं के चरित्र पर सवाल उठाए जाने लगा। कहा गया कि युवा नशीली दवा-इंजेक्शन लेकर दौड़ में शामिल हो रहे हैं, जबकि सरकार को इसकी नैतिक जिम्मेवारी लेकर अपनी गलती माननी चाहिए थी। बावजूद तुगलकी फरमान जारी कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सता पाने की ऐसी सनक चढ़ी है कि वह कुछ भी समझने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने सरकार से मृतकों को परिजनांें को नौकरी एवं उचित मुआवजा देने की मांग की।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि घोषणा पत्र तैयार करने के लिए आम लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं। इसके लिए लोग व्हाट्सएप या सुझाव कलेक्शन बॉक्स के माध्यम से अपनी राय दे सकते हैं। इसके लिए यात्रा भी कल से प्रारंभ की गई है। प्रमंडल के सभी जिलों से सुझाव एकत्रित कर भाजपा अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी और राज्य में अगर हमारी सरकार 5 साल रहती है तो घोषणा पत्र में किए गए सारे दावे पूरे किए जाएंगे।