Jharkhand : 2024 का लोकसभा चुनाव देश की दशा और दिशा तय करेगा: अविनाश पांडेय
खूंटी, 14 अप्रैल। 2024 का लोकसभा चुनाव एक निर्णायक चुनाव होगा, जो देश के भविष्य की दशा और दिशा तय करेगा। ने वाला है। हमें आज ही से दिल्ली में बैठी अलोकतांत्रिक सरकार को सिर्फ न उखाड़कर फेंकना है, बल्कि इस देश में लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली एक मजबूत लोकतांत्रिक और संविधान पर विश्वास करते हुए देश की जनता को सुरक्षा देनेवाली सरकार बनानी है। ये बातें कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने कही।
पांडेय शुक्रवार को खूंटी क्लब में जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में आयोजित जय भारत सत्याग्रह कार्यक्रम अभियान को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। अविनाश पांडेय ने कहा कि देश में नफरत फैलाने वाली शक्तियों से हमारी लड़ाई चल रही है, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं। वे इस कार्यक्रम के माध्यम से लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने निकले है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने देश में नफरत के माहौल को समाप्त करने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4000 किमी की पैदल यात्रा की। इससे भाजपा की बेचैनी बढ़ गयी और केंद्र में बैठी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए राहुल गांधी पर सीधा हमला कर दिया। संविधान को दरकिनार कर राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म कर दी। अविनाश पांडेय ने कहा कि केंद्र में बैठी नरेंद्र मोदी की सरकार राहुल गांधी से डर गयी है।
उन्होंने कहा कि संसद में अडाणी मुद्दे पर राहुल गांधी के पूछे गये सीधे सवाल से सरकार घबरा गयी और सवालों का जवाब देने के बदले केंद्र सरकार जनता का ध्यान भटकाने में जुट गयी। उन्होने केंद्र में बैठी सरकार को तानाशाह करार देते हुए कहा कि सरकार तानाशाही के माध्यम अघोषित आपात्त्काल लागू करना चाहती है और लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली है। कांग्रेस पार्टी सरकार के मंसूबे को कभी सफल होने नहीं देगी। उन्होने कहा कि राहुल गांधी देश की जनता की आवाज उठाते रहेंगे।
कार्यक्रम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा, पीटर मुंडू, जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा आदि ने संबोधित किया।
श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर: मुरहू स्थित शेर सक्सेस कोचिंग सेंटर में भारतीय संविधान के निर्माता तथा ज्ञान के प्रतीक डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती को ज्ञान दिवस के रूप में धूमधाम से मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर की गई।
हिन्दुस्थान समाचार