Jharkhand : दुर्गा सोरेन विवि और जैन विवि विधेयक सदन से पारित
रांची, 21 मार्च । झारखंड विधानसभा से मंगलवार को दुर्गा सोरेन विश्वविद्यालय और जैन विश्वविद्यालय विधेयक पारित हुआ। पारित होने के पूर्व दोनों विधेयक पर विधायक विनोद सिंह, मनीष जयसवाल, अमित मंडल, अनंत ओझा, बिरंची नारायण और अमर कुमार बावरी ने सांगोपांग विचार के लिए प्रवर समिति में भेजने का आग्रह किया था लेकिन यह मांग खारिज हो गयी।
विधायक विनोद सिंह ने कहा कि सरकार सदन से निजी विश्वविद्यालयों को खोलने की अनुमति देती है लेकिन इनके द्वारा सरकार के मापदंड को पूरा नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में अरका जैन विश्वविद्यालय विधेयक के समय मुख्यमंत्री ने निजी विश्वविद्यालय की जांच को लेकर स्पीकर से एक कमेटी बनाने का आग्रह किया था। उस कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही नए निजी विश्वविद्यालय को खोलने की अनुमति दी जाय।
विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि पहले भी सदन से निजी विश्वविद्यालय को खोलने की अनुमति दी गयी है लेकिन वे अप टू मार्क नहीं हैं। दो कमरे में विश्वविद्यालय चल रहे हैं। विधायक अमित मंडल ने कहा कि स्पीकर ने निजी विश्वविद्यालयों की जांच के लिए झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है उसका रिपोर्ट आ जाय तब नए निजी विश्वविद्यालय को खोलने की अनुमति दी जाय।
उन्होंने कहा कि अबतक स्थानीयता परिभाषित नहीं हुई है ऐसे में निजी क्षेत्रों में 75 प्रतिशत आरक्षण का पालन निजी विश्वविद्यालयों में होगा या नहीं, इसे लेकर संदेह बना रहेगा। विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय सर्टिफिकेट बेचने का अड्डा बन गया है।
विधायकों के सवालों के जवाब में प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में उच्च शिक्षा का नामांकन दर 17 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय दर 23 प्रतिशत है। ऐसे में निजी विश्वविद्यालय के खुलने से हम राष्ट्रीय दर तक पहुंच सकते हैं। दुर्गा सोरेन विश्वविद्यालय को शिवम ट्रस्ट के द्वारा खोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी राज्य में 16 निजी विश्वविद्यालय चल रहे हैं। सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों की जांच कराई है। दो विश्वविद्यालय सरकार के मापदंड का पालन नहीं कर रहा है। अगली कैबिनेट में इन दोनों की मान्यता रद्द की।
हिन्दुस्थान समाचार