Jharkhand : प्रखण्डों को बेहतर बनाने का किया जा रहा प्रयास: आलमगीर आलम

रांची,02 मई : झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विकास से ही देश एवं राज्य का विकास संभव है।

श्री आलम ने मंगलवार का प्रोजेक्ट भवन में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि प्रखण्डों को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पंचायत से लेकर प्रखण्ड तक भवनों का निर्माण किया जा रहा है। प्रखण्ड कार्यालयों को बेहतर बनाया जा रहा है। प्रखण्ड विकास प्रदाधिकरी के आवास प्रखण्ड में ही बनाये जा रहे हैं, ताकि वे प्रखण्ड में रह कर ही विकास कार्यों की अच्छी तरह मॉनिटरिंग कर पायें। उन्होने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि लाभुकों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ससमय पंहुचे और इस लक्ष्य की प्राप्ति में जो भी बाधा आयेगी, सरकार उसे दूर करने का प्रयास करेगी। इसी कड़ी में 26 प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को उनके प्रयोजनार्थ नये वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को भी जल्द ही वाहन उपलब्ध करा दिया जायेगा।

श्री आलम ने कहा कि संसाधनों के उपयोग का एकमात्र उद्देश्य लक्ष्य की प्राप्ति होता है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाएं लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाती हैं। बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बगिया योजना हो चाहे मनरेगा के तहत संचालित अन्य योजनाएं, सभी के माध्यम से ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के कार्य किये जाते हैं । जरूरी है कि इन सभी योजनाओें का प्रचार-प्रसार उन तक हो और इसका लाभ उन्हें ससमय मिले। इस कार्य हेतु क्षेत्र भ्रमण भी करना जरूरी होता है और इस कार्य हेतु वाहन की उपयोगिता काफी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को पहले से उपलब्ध वाहन काफी जर्जर हो चुके थे और कई प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों के पास वाहन ही नहीं थे। वे भाड़े पर वाहन लेकर क्षेत्र भ्रमण कर रहे थे, जिससे असुविधा हो रही थी। इसे देखते हुये सरकार ने नये वाहन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया।

मंत्री श्री आलम ने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि ग्रामीणों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनें। क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओें को धरातल पर उतारने का प्रयास करें। ग्राम व ग्रामीणों के विकास में सरकार का साथ दें। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन तक पुहंचे, यह सुनिश्चित करें। इस कार्य हेतु सरकार आपको सभी सुविधा मुहैया करायेगी ।

राज्य के ग्रामीण विकास सचिव चन्द्रशेखर ने कहा कि संसाधन का उपयोग मात्र लक्ष्य प्राप्ति होना चाहिये। हमारे लिये संसाधन से महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिये। लक्ष्य की प्राप्ति ससमय हो, तो संसाधन की उपयोगिता भी सार्थक होती है। लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना हमारा लक्ष्य होना चाहिये। सरकार द्वारा संचालित येजनाओं का लाभ लाभुकों को ससमय मिले, इसे सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण एवं जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग करना भी जरूरी है। इस हेतु नये वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वाहन का सदुपयोग कर ग्रामीण विकास कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दें।

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि लोगों की समस्याओं एवं क्षेत्र में आ रही कठिनाईयों को जानने के लिये क्षेत्र भ्रमण बहुत जरूरी है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को ग्रामीणों तक पंहुचाने में प्रखण्ड विकास कार्यालय एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। ग्रामीण विकास में सभी योजनाएं धरातल से जुड़ी हैं और इन सभी योजनाओं का क्षेत्र भ्रमण कर ही अच्छी तरह से मॉनिटरिंग हो सकती हैं । इसके लिये संसाधन भी जरूरी है और इसमें वाहन एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि वाहन द्वारा क्षेत्र भ्रमण करने से क्षेत्र में प्रशासन एवं सरकार की उपस्थिति दिखाई देगी, जिससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ेगा।

इस अवसर पर मंत्री श्री आलम ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी बुंडू, तमाड़, कटकमसांडी, चास एवं कैरो को सांकेतिक रूप से गाड़ी की चाबी सैंपी साथ ही सखी मंडल की एक दीदी द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन भी किया ।

इस मौके पर जेएसएलपीएस के सीईओ सूरज कुमार, विभाग के संयुक्त सचिव अरूण कुमार सिंह, शैल प्रभा कुजूर, जितेन्द्र कुमार, अवर सचिव अरूण कुमार सिन्हा, 26 प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सहित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

विनय

वार्ता

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