Jharkhand : नगर निगम का तुगलकी फरमान स्वीकारयोग्य नहीं: चेम्बर
नगर निगम का तुगलकी फरमान स्वीकारयोग्य नहीं: चेम्बर
रांची, 03 अक्टूबर। झारखंड चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने पंडाल के सामने लगे ठेले, खोमचे, दुकानों से नगर निगम की ओर से 10 रुपये से 200 रुपए प्रतिदिन कचरा यूज़र्स चार्ज वसूली के निर्णय पर आपत्ति जतायी है। चेम्बर ने कहा कि यह तुगलकी फरमान स्वीकारयोग्य नहीं है। चेम्बरर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि कम से कम पांच- सात हजार गरीब खोमचे वालों, प्रसाद बेचने वालों, बच्चों के लिए खिलौने आदि बेचने वालों से ऐसी वसूली बहुत बड़ा अमानवीय निर्णय है। ये दुकान और ठेले लगाने वाले लोग बहुत दिन से इंतजार करते हैं कि ऐसे त्यौहार में उनके सामने जीविकोपार्जन के रास्ते खुलेंगे।
कोविड महामारी के कारण पिछले दो साल दुर्गापूजा मनाई ही नहीं गई, जिस कारण उन्हें रोजगार का अवसर नहीं मिला। ऐसी दुकानें लगाने के लिए एक पूरा परिवार, बच्चे सहित जुटकर मेहनत करते हैं, कई परेशानी झेलते हैं, बाजार से कुछ रुपये उधार भी लेते हैं। त्यौहार के समय बारिश भी होने से उनकी पूंजी फंसने की आशंका है। वो पूजा घूमने भी नहीं जा पाते हैं। निगम यदि ऐसे समय में ठेले लगाने वालों को मदद की पहल करता तो यह सम्मान की बात होती। क्योंकि पंडालों के पास ठेले लगाकर वे एक तरह से इस त्यौहार की रौनक़ बढ़ाते हैं।
अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि शहर के कई इलाके बारिश में जलमग्न हैं। नियमित सफाई व्यवस्था के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है। बड़ी बात यह कि निगम के लिए इन ठेलों, खोमचे से वसूली जानेवाली रकम नगन्य है। चिंता की बात यह भी कि निगम के पास ऐसी कौन सी टीम है जो इन 13 हजार ठेलों, दुकानों से प्रतिदिन वसूली कर सके। यह प्रतीत होता है कि निगम के इस निर्णय से केवल भयादोहन होगा। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार