NewsHindiJharkhand NewsPolitics

झारखंडः बाेकराे में मुठभेड़ में दाे नक्सली ढेर, 15 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार

बोकारो, 22 जनवरी । झारखंड के बोकारो जिले में पुलिस और भाकपा माओवादी नक्सलियों के बीच बुधवार को मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। मारे गए नक्सलियों की पहचान 15 लाख के इनामी नक्सली रणविजय महतो की पत्नी शांति देवी और मनोज टुडू के रूप में हुई है। दोनों गिरिडीह जिले के रहने वाले थे।

डीजीपी के निर्देश पर पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। इसी दौरान पुलिस के वरीय अधिकारी को सूचना प्राप्त हुई कि माओवादी का रिजनल कमेटी मेंबर 15 लाख का इनामी रणविजय महतो अपने दस्ते से मिलने आने वाला है। दस्ते में साहेब राम मांझी, मनोज टुडू, शांति देवी, अरविन्द यादव और अन्य नक्सली शामिल हैं। वह पारसनाथ से बोकारो जिले के विवेक जो झुमरा और लुगु पहाड़ में भ्रमणशील है, से मिलने आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर कार्रवाई शुरू कर दी। इसी क्रम में 15 लाख के इनामी नक्सली रणविजय महतो को गिरफ्तार कर लिया गया। रांची से गई पुलिस की टीम ने बोकारो के चंद्रपुरा बीएड कॉलेज मोड़ से उसे पकड़ा था। खुफिया एजेंसी और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। रणविजय महतो नक्सली संगठन में जोनल कमांडर रैंक का है। उसपर 15 लाख का इनाम है।

वह वेश बदलकर चंद्रपुरा की ओर जा रहा था।

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बोकारो में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दोनों दस्ता आपस में मिलने के बाद बड़ी घटना का अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रणविजय महतो को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के क्रम में पता चला कि दस्ते में शामिल साहेबराम मांझी, अरविन्द यादव, शांति देवी, मनोज टुडू एवं अन्य सदस्यों के पेक नारायणपुर थाना क्षेत्र के वंशी और जड़वा गांव पहाड़ी क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इसके बाद पुलिस ने अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें दो नक्सली मारे गए। इनके पास से दो राइफल और एक एके 47 रायफल , 507 गोली, मैगजीन सहित अन्य सामान बरामद की गई है।

उन्होंने कहा कि पूरी टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बोकारो जिला नक्सल मुक्त हो गया है। झारखंड को मार्च 2025 तक नक्सल मुक्त करने के लक्ष्य को लेकर झारखंड पुलिस काम कर रही है।डीजीपी ने नक्सलियों से अपील की कि वह नक्सलवाद की राह को छोड़ मुख्यधारा मे आएं और सम्मानजनक जीवन जिये। आईजी सीआरपीएफ साकेत कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस की इंटेलिजेन्स काफी उन्नत हो गई है। इस कारण हम नक्सली की गतिविधियों की सर्विलांस और टैकिंग कर हर गतिविधी पर नजर बनाए रखें है। झारखंड में नक्सली अपनी आखिरी सांसे ले रहा है।मुश्किल से राज्य में सौ नक्सली रह गए हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी अभियान एवी होमकर, आईजी बोकारो माइकल राज एस, डीआईजी बोकारो सुरेंद्र झा और बोकारो एसपी शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *