Jharkhand : मुख्यमंत्री को ईडी के समन और विधायकों पर आईटी रेड के विरोध में यूपीए का धरना
रांची, 07 नवम्बर। मुख्यमंत्री को भेजे गए ईडी के समन और विधायकों पर हो रही जांच एजेंसियों की कार्रवाई का विरोध में सोमवार को गठबंधन दलों (यूपीए) के नेताओं ने राजभवन के समक्ष धरना दिया। इस प्रदर्शन में झामुमो, कांग्रेस और राजद के नेताओं और कार्यकर्ता ने भाग लिया।
मौके पर मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि हमारे नेताओं को उच्चतम न्यायालय से बड़ी राहत मिली है। अब राज्यपाल की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी भी दबाव में ना आएं। वे एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं। जरूरी है कि वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य की जनता को न्याय दिलाएं। ईडी, आईटी की कार्रवाई को लेकर मंत्री ने कहा कि राज्य की जनता अपने नेता के पक्ष में आवाज बुलंद कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने देश का संविधान बनाया है। आज बाबा साहेब के संविधान को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। लोकतंत्र की हत्या की कोशिश हो रही है। आज झारखंड की चुनी हुई सरकार को हटाने की साजिश हो रही है। यह हम कतई नहीं होने देंगे।
पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि हमलोग जांच का विरोध नहीं करते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमलोग भी हैं लेकिन अगर राजनीतिक प्रतिशोध झारखंड में करोगे तो कुचल दिए जाओगे। भाजपा कार्यकर्ताओं के एक- एक काले कारनामों को जनता के बीच रखो। हेमंत सोरेन सरकार का कार्यकाल पूरा होगा।
विरोध-प्रदर्शन के बाद राज्यपाल रमेश बैस के माध्यम से गठबंधन दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम एक ज्ञापन सौंपा। सौंपे ज्ञापन में सहयोगियों दलों ने केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन में झामुमो सांसद विजय हांसदा, जोबा माजी, विधायक मथुरा महतो, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित कई नेता उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार