Jharkhand : गुमला में डायन बिसाही के शक में महिला की हत्या, दस आरोपित गिरफ्तार
गुमला,26 जून । सिसई थाना क्षेत्र के नगर चडरी टोली गांव में डायन बिसाही के शक में महिला की पीट–पीट कर हत्या और तीन लोगों को गंभीर रूप से घायल करने के मामले में सिसई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी 10 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर गुमला जेल भेज दिया। जेल जाने वालों में नगर चड़रीटोली निवासी निरंजन उरांव उर्फ रंजन (24) , मनोज उरांव (25), जीशु उरांव(19) , अघनु उरांव(25), भैरो उरांव (28), शनि उरांव (26), बुधु उरांव (25) , संदीप उरांव (19) , सुकरो देवी(52) और लालमुनी देवी (20) शामिल है।
इस संबंध में एसडीपीओ मनीष चन्द्र लाल ने सिसई थाना परिसर में सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि शनिवार रात करीब 10:40 बजे एसपी ने सूचना दी कि नगर चड़रीटोली में एक परिवार के लोगों के साथ गांव वालों द्वारा मार-पीट की जा रही है। इस संबंध में तत्काल गश्ती पार्टी के पुनिअ राहुल कुमार झा को घटनास्थल रवाना करते हुए थाना प्रभारी आदित्य कुमार चौधरी दल बल के साथ गांव पहुंचे, जहां से घायलावस्था में सालो देवी व तीन अन्य घायल अहलाद लोहरा, सबिता कुमारी, लक्ष्मी कुमारी को लेकर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। जांच के बाद सालों देवी को मृत घोषित कर दिया गया।
इस घटना को लेकर मृतका सालों देवी की घायल बहन सबिता कुमारी के फर्द बयान पर दस लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया। घटना को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी को लेकर एसपी ने एसडीपीओ मनीष चन्द्र लाल के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रविवार सुबह नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। वहीं घटना का मुख्य मास्टरमाइंड निरंजन उर्फ रंजन उरांव फरार था, जिसे गुप्त सूचना के आधार पर रविवार रात को सिसकारी स्कूल के समीप झाड़ी से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में हत्याकांड में शामिल सभी दस गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार किया है। वहीं आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो टांगी व एक लाठी भी चड़री गांव स्थित मुख्य आरोपी के घर से बरामद किया लिया गया है। वहीं घटना में शामिल ओझा-गुणी कर लोगों को भड़काने वाले भगत अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।
उन्होंने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस दिन रात गश्ती कर रही है। अंधविश्वास व सामाजिक कुरीतियों को दुर करने को लेकर एसडीपीओ व थाना प्रभारी ने कहा कि नासमझी, अशिक्षा व नशापान के कारण लोग ऐसी जघन्य अपराध करते हैं। इसका खामियाजा बाद में उनके साथ साथ पुरे परिवार को भी भुगतना पड़ता है।
हिन्दुस्थान समाचार