Kali Puja : कोरोन काल में सादगी मनाया जाएगा काली पूजा
बिश्वनाथ 06 नवम्बर । असम की चाय दुनियाभर में पसंद की जाती है। चाय बागानों में हर साल काली पूजा का आयोजन बढ़े ही धूमधाम से किया जाता है। चाय बागानों के लोगों ने मिलकर हर साल हर्ष और उल्लास से काली पूजा मनाते हैं। जिसकी तैयारियां कोई दिन पहले से शुरू हो जाती हैं। इस बार काली पूजा 13 नवम्बर को मनाया जाएगा।
लेकिन, इस बार कोरोना संक्रमण के कारण चाय बागान में पहले जैसा उत्साह लोगों में दिखाई नहीं दे रहा है। बिश्वनाथ जिला के गोहपुर में नौ से अधिक चाय बागान हैं। जहां, माता काली की पूजा धूमधाम से की जाती है। गोहपुर के नया घाघरा चाय बागान के मिल के समीप स्थित मां काली के मंदिर में भी रंगारंग कार्यक्रमों के साथ पिछले कोई वर्षों से माता काली की पूजा मनाई जाती हैं। तीन-चार दिन विभिन्न कार्यक्रम यहां आयोजित होते हैं।
लेकिन, कोरोना संक्रमण और लंबे लॉकडाउन की वजह से आर्थिक रूप से परेशान लोग इस बार बहुत ही सादगी के साथ पूजा करने की तैयारी कर रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण के कारण मंदिर प्रबंधन समिति ने इस बार धूमधाम की बजाय आध्यात्मिक रूप से कालीपूजा मनाने का फैसला किया है। इसी तरह अन्य चाय बागानों में भी सादगी के साथ काली पूजा मनायी जाएगी।
(हि.स.)