कमलनाथ ने भाजपा की सुझाव पेटी पर कसा तंज, कहा- जनता सवाल पूछेगी कि चुनी हुई सरकार को सौदेबाजी कर क्यों गिराया
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी है। सत्ताधारी दल भाजपा ने घोषणपत्र बनाने के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुझाव पेटी लगाने वाली है, ताकि जनता का सुझाव लिया जा सकें। भाजपा की सुझाव पेटी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये ‘सवाल’ पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया।
कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि सुना है भाजपा अपने घोषणापत्र के लिए विधानसभाओं में ‘सुझाव पेटी’ लेकर जा रही है। जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये ‘सवाल’ पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया, मतलब हमारे ‘चुनाव-सुझाव’ के रूप में चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया, और ख़र्चा किया हुआ पैसा फिर कहाँ-कहाँ से कमाया?
कमलनाथ ने कहा कि जनता भाजपा को कुछ सुझाव तो ये देगी कि :
- देश को और न बाँटें
- नफ़रत और डर फैलाने का एजेंडा बंद करें
- महिलाओं का अब और अपमान न करें
- नौकरी-परीक्षा के घोटालों से जन्मी बेरोज़गारी से युवाओं को बचाएँ
- ग़रीबों, किसानों, मज़दूरों का शोषण रोकें
- काम-कारोबार व विकास को भ्रष्ट नीतियों से न मारें
- आदिवासियों-दलितों का उत्पीड़न-शोषण न करें
- मुनाफ़ाख़ोरों से कमीशन खाकर महंगाई न बढ़ाएँ
- मप्र को भाजपाई भ्रष्टाचार का मॉडल न बनाएँ
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब जनता का भाजपा पर ही विश्वास नहीं रहा है तो उसके घोषणापत्र पर क्या होगा। भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फ़ालतू के मुद्दों में उलझाये रखने – गुमराह करने में ही वो अपनी राजनीतिक सफलता मानती है। उन्होंने कहा कि भाजपा याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न ‘भेड़िया आया-भेड़िया आया’ की कहानी हर बार चलती है। भाजपा का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है।