कपिल देव बने एसओजीएफ ग्रैंडमास्टर्स सीरीज के ब्रांड एंबेसडर
नई दिल्ली, 14 अप्रैल । भारतीय क्रिकेट के महानायक और 1983 विश्वकप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव को स्किलहब ऑनलाइन गेम्स फेडरेशन (एसओजीएफ) द्वारा आयोजित एसओजीएफ ग्रैंडमास्टर्स सीरीज के उत्तर और पूर्व क्षेत्र फाइनल्स के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है। यह फाइनल 29 और 30 अप्रैल को गुरुग्राम के हयात रीजेंसी में आयोजित होगा।
यह सीरीज देश के चारों क्षेत्रों- दक्षिण, पश्चिम, उत्तर और पूर्व की प्रतिभाओं को माइंड स्पोर्ट्स में मंच देने का एक अनूठा प्रयास है। बेंगलुरु और मुंबई में सफल आयोजनों के बाद अब उत्तर और पूर्व भारत की बारी है, जहां खिलाड़ी शतरंज, चेस फॉर ब्लाइंड और रम्मी में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
कपिल देव ने इस मौके पर कहा, “माइंड स्पोर्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के विस्तार का परिणाम है। एसओजीएफ के साथ जुड़कर मैं गर्व महसूस कर रहा हूं। रणनीतिक सोच, अनुशासन और समस्या-समाधान जैसे गुण न केवल माइंड स्पोर्ट्स में बल्कि क्रिकेट जैसे खेलों में भी अहम होते हैं। यह प्रतियोगिता भारत को वैश्विक मंच पर तैयार करने में बड़ी भूमिका निभाएगी।”
एसओजीएफ सीरीज की मुख्य ब्रांड एंबेसडर पद्मश्री सम्मानित ग्रैंडमास्टर कोनेरु हम्पी हैं, जिन्होंने अपने करियर में दो वर्ल्ड रैपिड चेस खिताब (2019, 2024), विश्व चैंपियनशिप पदक और एशियन गेम्स सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीती हैं। मुंबई में हुए आयोजन में हम्पी ने कहा, “यह पहल भारत में माइंड स्पोर्ट्स को नई दिशा देगी और इसे राष्ट्रीय खेल कैलेंडर का अहम हिस्सा बनाएगी।”
अब तक इस सीरीज में 1.5 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जिससे यह भारत की सबसे बड़ी स्किल-बेस्ड माइंड स्पोर्ट्स चैंपियनशिप बन गई है। इंडियन रम्मी ग्रैंडमास्टर्स (IRG) में 78,000 प्रतिभागियों में से 150 खिलाड़ी फाइनल्स तक पहुंचे। जबकि इंडियन चेस मास्टर्स (आईसीएम) में 3,500 में से 32 फाइनलिस्ट चुने गए, जिसमें 16 पुरुष और 16 महिलाएं शामिल हैं। वहीं इंडियन चेस मास्टर्स फॉर ब्लाइंड (आईसीएमबी) में एआईसीएफबी के साथ मिलकर 16 शीर्ष खिलाड़ियों का चयन किया गया।
एसओजीएफ अध्यक्ष शंकर अग्रवाल ने कहा, “कपिल देव का हमारे साथ जुड़ना हमारे लिए सम्मान की बात है। उनकी उपस्थिति माइंड स्पोर्ट्स को नई पहचान दिलाएगी और युवाओं में इसकी लोकप्रियता बढ़ाएगी।”
गुरुग्राम में होने वाले उत्तर और पूर्व क्षेत्र के फाइनल्स “फिजिटल” (फिजिकल + डिजिटल) अनुभव देंगे, जिसमें तकनीक और परंपरा का समावेश होगा। विजेता खिलाड़ी दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय फाइनल्स में भाग लेंगे, जहां उन्हें इंटरनेशनल ई-स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईईएसएफ), इंटरनेशनल माइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन (आईएमएसए) और ग्लोबल ई-स्पोर्ट्स फेडरेशन (जीईएफ) जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़ने का अवसर मिलेगा।