वेदों का ज्ञान आम लोगों तक पहुंचना चाहिए: मोहन भागवत
पुणे, 05 सितम्बर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि समाज में आस्था को जीवित रखने के लिए वेदों का ज्ञान आम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है।
बालगंधर्व रंगमंदिर में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास और श्री सद्गुरु ग्रुप पुणे द्वारा आयोजित वेदसेवक सम्मान समारोह में डॉ. भागवत ने कहा कि छुआछूत के लिए कोई स्थान नहीं है, फिर भी भेदभाव क्यों है।
इस अवसर पर, श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज, ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय बंसल, भारत विकास ग्रुप के संस्थापक डॉ. हनमंतराव गायकवाड़ और सकाळ मीडिया ग्रुप के प्रबंध निदेशक अभिजीत पवार, सद्गुरु ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष यशवंत कुलकर्णी उपस्थित थे।
डॉ.। भागवत ने कहा, “वेदों की भूमि देश, भाषा और पूजा की विविधता से समृद्ध है। भले ही हमारा अस्तित्व अलग-अलग लगता हो, लेकिन हम सभी एक साथ बंधे हुए हैं। हमारा राष्ट्रीय जीवन पूरे विश्व को खुशी पहुंचाना है।”
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि समाज में उदासीनता बढ़ी है और बंगलादेश सांस्कृतिक पतन का पहला उदाहरण नहीं है। इससे पहले, अमेरिका, पोलैंड और अरब देशों ने पतन का अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि समाज में कलह को भड़काने के लिये जो बाहरी शक्तियां आयी हैं। उनका तर्कपूर्ण जबाव देने के लिये हमें अपने ज्ञान को जगाना चाहिए और परंपरा तथा संविधान के अनुशासन का पालन करना चाहिए।