एल-20 का शिखर सम्मेलन विश्व को दिशा देने के लिए तत्पर होगा : राज्यपाल
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पटना। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक धरती पर आयोजित एल-20 का शिखर सम्मेलन विश्व को दिशा देने के लिए तत्पर होगा, ऐसा विश्वास है। बिहार ने सत्य, अहिंसा और ज्ञान का संदेश विश्व को दिया है। इस ज्ञान भूमि पर पधारे आप महानुभावों का विचार विश्व को फायदा पहुंचायेगा।
स्थानीय ज्ञान भवन में गुरुवार को एल-20 के शिखर सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल आर्लेकर ने कहा कि बिहार की धरती अद्भुत है। नालंदा का प्राचीन विश्वविद्यालय इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने देशी-विदेशी प्रतिनिधियों से कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप बिहार की धरती पर आनंदित होंगे और बेहतर अनुभव प्राप्त करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस रणनीति जरूरी है। सभी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए सुरक्षा आवश्यक है। महिला सुरक्षा पर निर्णय लिया जाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि अच्छे समाज के निर्माण के लिए व्यक्तित्व का निर्माण जरूरी है, क्योंकि यदि हमारा व्यक्तित्व अच्छा होगा, तो हम अच्छे समाज की परिकल्पना कर सकते हैं।
उद्घाटन अवसर पर एल-20 के अध्यक्ष सह भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या ने कहा कि यह भारतवासियों के लिए गौरव की बात है कि जी-20 की मेजबानी भारत कर रहा है। वहीं, एल-20 की मेजबानी का अवसर भारतीय मजदूर संघ को मिला है।
इस अवसर पर एमइए के स्पेशल सेक्रेटरी मुक्तेश परदेशी, सीआइआइ के उपाध्यक्ष लोहित भाटिया, हरमांटो अहमद (इंडोनेशिया), रुथ कोहो (ब्राजील) आदि मंचस्थ थे। मंच का संचालन एस मल्लेशम एवं धन्यवाद ज्ञापन टीयूसीसी के महासचिव एस पी तिवारी ने किया। आगत अतिथियों का स्वागत भारतीय मजदूर संघ के सह महामंत्री सुरेंद्र पांडेय ने किया।
इसके पूर्व बिहार के राज्यपाल आर्लेकर एवं मंचस्थ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया गया।