मेन रोड सबका, समुदाय विशेष का कब्जा सही नहीं : सीपी सिंह
रांची, 21 मार्च । बजट सत्र में शुक्रवार को भोजनावकाश के बाद पेयजल और स्वच्छता विभाग के बजट पर कटौती का प्रस्ताव रखते हुए भाजपा विधायक सीपी सिंह ने सरकार पर पर्व-त्योहारों पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ईद में मेन रोड के काली मंदिर चौक को बैरिकेटिंड कर सड़क जाम कर दिया जाता है। यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस का पुरूषार्थ एक समुदाय विशेष पर काम करता है, जबकि दूसरे समुदाय के खिलाफ पुलिस सिखंडी बन जाती है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार एक दिन के लिए रातू रोड और हरमू रोड को दूसरे समुदाय की खातिर बंद करने की अनुमति देगी। विधायक ने कहा कि न्याय सबके साथ होना चाहिए, एकतरफा न्याय ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि राजधानी में सिटी एसपी की गाड़ी जला दी जाती है और कोरोना काल में डीएसपी की पिटाई कर दी जाती है। उस समय पर किसी ने चूं तक नहीं बोला।
विधायक ने गर्मी को देखते हुए विभागीय मंत्री से पेयजल की आपूर्ति प्रतिदिन और समय पर कराने की मांग की।
बाबूलाला ने धोखे में ली शपथ, इसलिए राज्य की यह स्थिति : हेमलाल
झामुमो के विधायक हेमलाल मुर्मू ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रात के 12 बजे शपथ ली थी। शायद उन्हें धोखे से शपथ दिखाई गई। यही वजह है कि राज्य की यह स्थिति है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल ने 1932 के खतियान को लेकर फैसला लेना चाहा तो सत्ता गांडीवधारी को सौंप दी गई। उन्होंंने कहा कि बाद में रघुराज आए। वे बालते थे कि जान जाये तो जाए पर वचन न जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में में लिटटीपाड़ा में जनजातियों के लिए 217 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का 70 प्रतिशत खर्च कर दिया गया, लेकिन लोगों को पानी नसीब नहीं हुआ। यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि अब हमारी सरकार डीएमएफटी फंड से 1000 फीट से अधिक की गहराई कर सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए लोगों को पानी पिलाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से संबंधित इलाके में जल्द बोरिंग कराने का आग्रह किया। उन्होंने अवैध बोरिंग कर पानी का व्यवसाय करनेवालों के खिलाफ सरकार से कार्रवाई की मांग की।
लोगों को समझाएं मुख्यमंत्री, मेन रोड पर न हो कब्जा : बाबूलाल
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समुदाय विशेष से बात कर ईद पर मेन रोड पर कब्जा करने से रोकना चाहिए। उन्होंंने कहा कि सड़क सबका है। बाबूलाल ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे तो दोनों समुदायों के लोगों को बुलाकर बात करते थे। यही वजह है कि उनके कार्यकाल में लोग सड़क पर उतरकर उनका विरोध नहीं किया। वहीं उन्होंने हेमलाल मुर्मू की बातों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार गिराने में हेमलाल की भी भूमिका रही है। बाबूलाल ने कहा कि उनका यह सौभाग्य है कि वे राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं।