नहीं रहे बिना रक्तपात शीत युद्ध खत्म कराने वाले मिखाइल गोर्बाचेव
मास्को, 31 अगस्त। बीसवीं सदी के सबसे प्रभावशाली राजनेताओं में से एक एवं सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का यहां एक अस्पताल में निधन हो गया है। वह 91 वर्ष के थे।
ग्लासनोस्ट (खुलेपन) और पेरेस्त्रोइका (परिवर्तन) की अवधारणाओं को पेश करने वाले श्री गोर्बाचेव को अमेरिका और रूस के संबंधों में सुधार करने तथा दोनों देशों के बीच शीत युद्ध को शांतिपूर्ण अंत करने का श्रेय जाता है। एबीसी न्यूज के अनुसार, “गंभीर और लंबे समय से बीमारी से ग्रसित ” श्री गोर्बाचेव का सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल ने उनके निधन के बारे में मंगलवार को जानकारी दी।
श्री गोर्बाचेव 1985 में सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव थे। उन्हें तत्कालीन सोवियत संघ को दुनिया के लिए खोलने और देश में सुधारों का एक सेट पेश करने के लिए याद किया जाता है। वह हालांकि,सोवियत संघ के धीर-धीरे पतन की ओर बढ़ने से रोकने में असमर्थ रहे थे और बाद में आधुनिक रूस का उदय हुआ।दुनियाभर के राजनेताओं ने श्री गोर्बाचेव को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
वार्ता